नवीन सरकार पर बरसे प्रधान
प्रधान ने कहा कि ओडिशा सरकार किसान हत्याकारी सरकार है। भाजपा शासित राज्यों में राज्य बजट से किसानों के कर्ज माफ किए गए हैं।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। एनडीए सरकार के आठ नवंबर 2016 को विमुद्रीकरण फैसले को विश्व अर्थनीति का साहसिक कदम बताते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्र्मेंद्र प्रधान ने कहा कि बुधवार को भाजपा काला दिवस को विरोध दिवस के तौर पर मनाएगी।
भुवनेश्वर में पत्रकारों से बातचीत में प्रधान ने कहा कि देश की 86 प्रतिशत प्रचलित 500 एवं 1000 रुपये के नोट को बंद करना एवं मात्र तीन महीने में नई नोट को प्रचलन में ला देना, भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए पहली ही कैबिनेट में एसआइटी का गठन करना, बेनामी संपत्ति जब्त, आय से अधिक संपत्ति संबंधित कानून लाने जैसे कई साहसिक कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही केंद्र सरकार ने उठाए हैं। इससे सभी राशि बैंक में लौटी, तीन लाख बेनामी संपत्ति खत्म हुई, 30 करोड़ नए बैंक खाते खुले जैसे कार्य मोदी सकार ने जनहित में किए हैं। केंद्र सरकार पर आज तक एक भी भ्रष्टाचार का दाग नहीं लगा है।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रधान ने केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए ओडिशा में चल रही नवीन पटनायक सरकार को निशाने पर रखा। प्रधान ने नवीन सरकार को किसान एवं कृषि विरोधी बताते हुए कहा कि सात से अधिक किसानों की जान जाने के बाद सरकार सोकर उठ रही है। कोई भी व्यक्ति खुशी से जान नहीं देता है। अब सरकार किसानों पर मलहम लगाने का काम कर रही है। दुख की बात है कि राज्य में चल रही सरकार के समवाय विभाग एवं कृषि विभाग में कोई तालमेल नहीं है।
प्रधान ने सवालिया लहजे में कहा कि नवीन पटनायक सरकार क्या वृंदावन जैसे किसान के आत्महत्या का इंतजार कर रही थी। प्रधान ने कहा कि ओडिशा सरकार किसान हत्याकारी सरकार है। भाजपा शासित राज्यों में राज्य बजट से किसानों के कर्ज माफ किए गए हैं। उन्होंने मंत्री दामोदर राउत के बयान को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि किसान मरे तो मरे मगर, इस किसान विरोधी नवीन सरकार को कोई फर्क पडऩे वाला नहीं है। इसके खिलाफ भाजपा अपनी जंग जारी रखेगी। इस पत्रकार वार्ता में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बसंत पंडा, प्रवक्ता सज्जन शर्मा प्रमुख उपस्थित थे।
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