राजकीय सम्मान के साथ किया गया समाजसेवी पद्मश्री डी प्रकाश राव का अंतिम संस्कार
कटक कालियाबोदा श्मशान घाट में पद्मश्री डी प्रकाश राव का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ हुआ। समाजसेवी पद्मश्री डी प्रकाश राव की कटक बक्सी बाजार में एक चाय की दुकान थी। इसी दुकान से उनकी जो कमाई हो रही थी उससे वह बस्ती के बच्चों को पढ़ा रहे थे।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। राजकीय मर्यादा के साथ कटक कालियाबोदा श्मशान घाट में आज पद्मश्री डी प्रकाश राव का अंतिम संस्कार किया गया। एससीबी मेडिकल में बुधवार को इलाज के दौरान डी प्रकाश राव का निधन हो गया था। पद्मश्री प्रकाश राव के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के साथ राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्र मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्र मंत्री प्रताप षड़ंगी एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वैजयंत पंडा आदि ने गहरा दुख प्रकट किया है।
जानकारी के मुताबिक 25 दिसंबर को डी प्रकाश राव अस्वस्थ हो गए थे। इसके बाद उन्हें एससीबी मेडिकल में भर्ती किया गया था। इस समय उनका कोरोना टेस्ट भी पॉजिटिव आया था। इसके बाद उन्हें एससीबी कोविड अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था। उनकी स्वास्थ्य अवस्था खराब होने के बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया और उनके इलाज के लिए डॉक्टरी टीम का गठन किया गया। कुछ दिन पहले उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आ गई। इसके बाद उन्हें सेंट्रल आईसीयू में स्थानांतरण करने की योजना चल रही थी कि इससे पहले ही उनका बुधवार शाम 4:15 बजे निधन हो गया। ब्रेन स्ट्रोक के कारण का निधन होने की बात उनकी बेटी ने कही है।
समाजसेवी पद्मश्री डी प्रकाश राव की कटक बक्सी बाजार में एक चाय की दुकान थी। इसी दुकान से उनकी जो कमाई हो रही थी उससे वह बस्ती के बच्चों को पढ़ा रहे थे। उन्होंने अपने प्रयास से एक स्कूल भी बनाया। उन्होंने अपने जीवन काल में 200 से अधिक बार रक्तदान भी किया हुआ है। इसके लिए उन्हें 2019 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मन की बात कार्यक्रम में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकाश राव की प्रशंसा की थी और कटक दौरे पर विशेष रुप से उनसे मुलाकात भी की थी।