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श्रीमंदिर में दर्शन व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

ओडिशा के श्रीजगन्नाथ धाम, पुरी में भक्तों के दर्शन को लेकर प्रशासन की व्यवस्था नाकाम साबित हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Nov 2018 09:32 PM (IST)Updated: Mon, 05 Nov 2018 09:32 PM (IST)
श्रीमंदिर में दर्शन व्यवस्था पर फिर उठे सवाल
श्रीमंदिर में दर्शन व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

संसू, भुवनेश्वर : ओडिशा के श्रीजगन्नाथ धाम, पुरी में भक्तों के दर्शन को लेकर प्रशासन की नाकामी फिर एक बार सामने आई है। समुचित व्यवस्था न होने के कारण रविवार को मंदिर के अंदर भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई। हालांकि इसके चलते कोई बड़ी घटना नहीं हुई मगर यह हादसा दर्शाता है कि भक्तों के दर्शन के लिए किए गए इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। इसके लिए मंदिर प्रशासन सहित जिला प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। आम तौर पर कार्तिक मास में पुरी के श्रीजगन्नाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ जाती है। ऊपर से इनमें सबसे अधिक बुजुर्ग महिलाएं होती है जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर अधिक संजीदगी की आवश्यकता होती है। लेकिन प्रशासन का रवैया संवेदनशील नहीं लगता। खासकर विधवा भक्तों के लिए दर्शन को व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। मान्यता के अनुसार अपना परलोक सुधारने के लिए विधवाएं हविष्य व्रत (कार्तिक मास में किया जाने वाला उपवास) करने हर साल हजारों की संख्या में श्रीक्षेत्र धाम पुरी पहुंचती हैं और यहां महीने भर पुरी मे रहती हैं और रोज भगवान के दर्शन करने के बाद ही अन्न जल ग्रहण करती हैं। रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण काफी लोग पुरी पहुंचे थे। बड़ी संख्या में पहुंचे इन भक्तों के कतारबद्ध दर्शन के लिए कोई विशेष प्रबंध नहीं किया गया था जिससे मंदिर भीतर काठ के पास एक बुजुर्ग महिला अचानक बेहोश हो गई। कई हविष्य व्रतधारी भगवान का दर्शन किए बगैर ही लौट जाने को मजबूर हुई। उल्लेखनीय है कि मान्य

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