ओडिशा में तालचेर खाद कारखाना का प्रधानमंत्री ने किया शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा के अनुगूल जिले में तालचेर उर्वरक कारखाने का उद्घाटन किया।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : नीयत साफ हो तो फैसले भी उत्तम होते हैं। यह बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तालचेर खाद कारखाना का उद्घाटन करते हुए कही। अनुगुल जिले में नई तकनीकी से निíमत होने जा रहे तालचेर खाद कारखाना 2002 से बंद था। वर्तमान समय में इसका नाम तालचेर फर्टिलाइजर लिमिटेड रखा गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नई ऊर्जा, नई गति से देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का हमने संकल्प लिया है और इस संकल्प को पूरा करने के लिए ऐसे कई प्रोजेक्ट शुरू किए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट को पूरी तरह से कार्यकारी होने की समय सीमा 36 महीने है औ्र मैं 36 महीने बाद इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन करूंगा। 13 हजार करोड़ रुपये की लागत से यह पुनरुद्धार शुरू हो रहा है जो कि देश के लिए नई तकनीकी है। इस नई तकनीकी से न सिर्फ ओडिशा बल्कि देश को नई दिशा मिलेगी। देश यूरिया एवं गैस उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कारखाना से प्रत्यक्ष तौर पर 4500 लोगों को एवं परोक्ष तौर पर हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। इस कारखाना को पुनरुद्धार करने का शौभाग्य मुझे मिला है। कई दशक पहले सपने बुने गए थे, मगर कुछ न कुछ कमियों के कारण सपने पूरे नहीं हो सके। इससे पहले प्रधानमंत्री बलंडा हेलीपैड से शिलान्यास स्थल एवं सभा स्थल बक्सीजगबन्धु स्टेडियम पहुंचे। इस खाद कारखाना परिसर में पहुंचते ही कारखाना के मॉडल चित्र का अवलोकन किया और जानकारी ली। प्रधानमंत्री के दौरे के चलते पूरे तालचेर को सुरक्षा के घेरे में रखा गया था। एसपीजी के साथ राज्य पुलिस, सीआरपीएफ के जवान एवं दो स्पेशल प्लाटून तैनात की गई थी। ओडिशा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केन्द्र मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, केन्द्र मंत्री जुएल ओराम भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि यह कारखाना हम सबके सामने खुला था और हमारे सामने ही यह बंद हो गया था। अब प्रधानमंत्री के प्रयास से पुन: शुरू होने जा रहा है। प्रधानमंत्री आज कई प्रोजेक्ट का शुभारंभ एवं शिलान्यास करेंगे। यह कारखाना ओड़शिा के राजस्व को बढ़ाने के साथ युवाओं को रोजगार देने के साथ ओड़शिा के साथ देश के विकास में अहम योगदान निभाएगा। यहां 13 हजार करोड़ रुपये बनने जा रहे इस खाद कारखाना से 1.27 मिलियन मैट्रिक टन प्रतिवर्ष यूरिया का यहां पर उत्पादन होगा, 2022 तक इस कारखाने में उत्पादन शुरू हो जाएगा।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि आज ओडिशावासियों के लिए आनंद का दिन है। प्रधानमंत्री ने आज जो आधारशिला रखी है, यह हमारी बहुत दिनों की मांग थी, हमारी मांग की रक्षा कर इस दिशा में कदम उठाने पर प्रधानमंत्री धन्यवाद के पात्र हैं। पूर्वी भारत में यूरिया कारखाना नहीं था, जिससे हमें उत्तर प्रदेश, आन्ध्र प्रदेश से यूरिया मंगाना पड़ता था। यह समस्या अब खत्म हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर इस कारखाना से उत्पादित होने वाली यूरिया का 50 प्रतिशत ओड़शिा के किसानों को देने के लिए भी अनुरोध किया।