Jagannath Rath Yatra 2022: देश-विदेश से पुरी पहुंचने लगे भक्त, जिला प्रशासन से लेकर राज्य प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद
Puri Jagannath Rath Yatra 2022 जगन्नाथ महाप्रभु की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा को लेकर जगन्नाथ धाम अभी से उत्सव मुखर हो गया है। पुरी शहर में त्रिस्तरीय ट्रैफिक व्यवस्था की गई है। पुरी शहर को 10 जोन में एवं 29 सेक्टर में विभक्त किया गया है।
भुवनेश्वर, शेषनाथ राय। पुरी जगन्नाथ धाम में कोविड महामारी के कारण दो साल के बाद बाद भक्तों के समागम के बीच एक जुलाई को निकाले जाने वाली जगन्नाथ महाप्रभु की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा को लेकर जगन्नाथ धाम अभी से उत्सव मुखर हो गया है। देश विदेश से भक्त पुरी पहुंचने लगे हैं, प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठकें कर रहे हैं और मंदिर प्रशासन रथयात्रा के दिन होने वाली तमाम रीति नीति को सही ढंग से सम्पन्न कराने की रणनीति बना रहे हैं। रथयात्रा में भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा या अघटन ना हो इसके लिए हर उन पहलुओं पर मंथन कर दुरूस्त किया जा रहा है। खासकर भक्तों के आने- जाने की सुविधा एवं उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा को महज कुछ ही घंटे शेष बचे हैं। ऐसे में रथयात्रा को लेकर पुरी जिला प्रशासन के साथ ही राज्य प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। रथयात्रा के लिए इस बार पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। त्रिस्तरीय ट्रैफिक व्यवस्था की गई है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हुई समीक्षा बैठक के बाद पुलिस डीजी सुनील बंसल ने उक्त जानकारी दी है। पुलिस डीजी ने कहा है कि रथयात्रा में 180 प्लाटून पुलिस बल तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही टेक्निकल यूनिट, बम डिस्पोजल स्क्वायड के साथ ही तटीय सुरक्षा वाहिनी को भी प्रतिनियुक्त किया गया है। पुलिस डीजी ने कहा है कि पुरी शहर में त्रिस्तरीय ट्रैफिक व्यवस्था की गई है। पुरी शहर को 10 जोन में एवं 29 सेक्टर में विभक्त किया गया है। तीन स्तरीय ट्रैफिक व्यवस्था की गई है। पहले चरण में महाप्रभु का नवयौवन दर्शन, रथयात्रा व दूसरे चरण में संध्या दर्शन व बाहुड़ा यात्रा तथा तीसरे चरण में सोना वेश एवं नीलाद्री बिजे को लेकर ट्रैफिक व्यवस्था की गई है।
रथयात्रा में चलाई जाएगी 205 विशेष ट्रेन
विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा में शामिल होने वाले भक्तों की सुविधा लिए पुरी के लिए व पुरी से 205 विशेष ट्रेन चलाने के लिए रेल मंत्रालय ने योजना तैयार किया है। दो साल के बाद भक्तों के समागम के बीच रथयात्रा हो रही है, ऐसे में इस साल काफी संख्या में श्रद्धालुओं के पुरी आने की संभावना को देखते हुए ओडिशा के विभिन्न रेलवे स्टेशन के अलावा ओडिशा के बाहर से भी विशेष ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। 29 व 30 जून को दो शालीमार-पुरी-शालीमार रथयात्रा स्पेशल एक्सप्रेस चलाई जाएगी। उसी तरह से विशाखापट्टनम-पुरी-विशाखापट्टनम रथयात्रा स्पेशल विशाखापट्टनम से 30 जून को दोपहर 2.30 मिनट पर खुलेगी, एक जुलाई को रात 1.15 बजे पुरी पहुंचेगी। एक जुलाई को सुबह 11.15 बजे पुरी से खुलेगी।
रथयात्रा में बांटे जाएंगे 10 लाख मास्क
रथयात्रा में 10 लाख मास्क बांटे जाएंगे। कोरोना संक्रमण एक बार फिर बढ़ने लगा है। पाजिटिव दर को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यह निर्णय लिया है। पुरी रथयात्रा के लिए स्वास्थ्य मंत्री नव दास की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया है। बैठक के बाद मंत्री ने कहा है कि जिन लोगों को सर्दी-खांसी है, उन्हें घर बैठकर टीवी के जरिए रथयात्रा देखने के लिए अनुरोध किया गया है।
स्वास्थ्य निदेशक विजय महापात्र ने कहा है कि रथयात्रा के लिए पुरी में 69 फास्टएड केन्द्र खोला गया है। 58 एम्बुलेंस सर्विस, 114 स्ट्रेचर सर्विस व्यवस्था की गई है। 145 डाक्टर, 7 फूड सेफ्टी अधिकारी, 40 फर्मासिस्ट नियोजित करने को निर्देश दिया गया है। इसके अलावा 30 नर्सिंग अधिकारी, 45 हेल्थ अधिकारी, अस्पताल व्यवस्था की गई है। पुरी जिले के विभिन्न अस्पतालों में 287 बेड की व्यवस्था की गई है। गर्मी को देखते हुए 26 एसी बेड की भी व्यवस्था है। पुरी अस्पताल में 200 यूनिट के हिसाब से विभिन्न ग्रुप का ब्लड बैंक तैयार रखा गया है।
जल, थल एवं आकाश मार्ग में की गई है सुरक्षा व्यवस्था
पुरी जगन्नाथ धाम में एक जुलाई को होने वाली विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के लिए जल, थल एवं आकाश मार्ग में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। श्रीमंदिर के से सटे इलाके को नो फ्लाइंग जोन घोषित करने के लिए डीजीसीए को पत्र लिखा गया है। तटरक्षी वाहिनी को सतर्क कर दिया गया है। रथयात्रा के समय तटरक्षी वाहिनी को पुरी समुद्र के किनारे गश्त करने को निर्देश जारी किया गया है। इसके साथ ही तटरक्षी वाहिनी के हेलिकाप्टर के जरिए भी रथयात्रा के दिन हवाई मार्ग पर नजर रखी जाएगी।
यह भी पढ़ें-