बिजली दर वृद्धि के खिलाफ राजनीतिक दलों का विद्युत बहिष्कार 22 से
बिजली की दरो मे हुई वृद्धि के विरुद्ध विभिन्न राजनीतिक दलो ने नागरिको से 22 अक्टूबर की शाम 6 बजे से 6 बजकर 15 मिनट तक विद्युत इस्तेमाल न करने की अपील की है।
संसू, भुवनेश्वर : बिजली की दरो मे हुई वृद्धि के विरुद्ध विभिन्न राजनीतिक दलो ने नागरिको से 22 अक्टूबर की शाम 6 बजे से 6 बजकर 15 मिनट तक विद्युत इस्तेमाल न करने की अपील की है। राजनीतिक दलों का कहना है कि विद्युत उत्पादन के लिए जिन संसाधनो की जरूरत है जैसे कोयला,पानी एवं सूर्य किरण। इनकी उपलब्धता उपयुक्त मात्रा में होने पर भी बिजली उत्पादन के खर्च में कमी दर्ज नही की जा रही। अपितु उत्पादन का खर्च बढ़ रहा है। इससे लोगों की जेब पर असर पड रहा है। एक ओर राज्य में बिजली उत्पादन में 38 फीसद व्यवसायिक क्षति हो रही है जो दूसरे राज्यो की तुलना में कही अधिक है। वही, सरकार इस क्षति की पूर्ति ग्राहको पर दर वृद्धि का बोझ डालकर कर रही है। काग्रेस नेता पंचानन कानूनगो ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार एवं विद्युत वितरण संस्था में तालमेल की कमी के कारण बिजली उत्पादन में क्षति हो रही है। बढ़ी हुई बिजली की दर को वापस लेने की मांग कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआइ एवं अन्य राजनीतिक दलों के साथ विद्युत उपभोक्ता महासंघ ने की है। इस बाबत इन दलों ने लोगो से साकेतिक रूप से 15 मिनट के लिए बिजली बंद कर अपना विरोध-प्रदर्शन करने का आह्वान किया है।