भारतीय इस्पात एवं खदान उद्योग के विकास में ओडिशा नया अध्याय जोड़ेगा: धर्मेन्द्र प्रधान
धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि देश के आर्थिक विकास की दिशा में योगदान के लिए काम करने की जरूरत है इसके लिए भारतीय इस्पात एवं खदान उद्योग के विकास में ओडिशा नया अध्याय जोड़ेगा।
भुवनेश्वर, जेएनएन। भारतीय इस्पात एवं खदान उद्योग के विकास में ओड़िशा नया अध्याय जोड़ेगा। भुवनेश्वर स्थित खदान एवं पदार्थ प्राद्योगिक संस्था (सीएसआईआर-आईएमएमटी) में हुई बैठक में केन्द्र मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने उक्त बातें कही है। केन्द्र मंत्री ने कहा है कि देश के आर्थिक विकास की दिशा में योगदान के लिए काम करने की जरूरत है। केन्द्र मंत्री ने कहा कि शिक्षानुष्ठान के मिनरल प्रोसेसिंग पायलट प्लांट एवं पायलट स्केल फ्लुइडाइज्ड बेड रियक्टर एक टेक्नोलाजी को विकसित किया है।
यह तकनीकी के जरिए निम्न स्तर के लौह अयस्क एवं थर्मालयुक्त कोयले के उपयोग करेगा। यदि सीएसआईआर - आईएमएमटी संस्था के द्वारा विकसित स्वदेशी तकनीकी का व्यापारिक प्रयोग होता है तो फिर भारत एवं ओड़िशा के औद्योगिक क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन आएगा। ओडिशा के शिक्षानुष्ठानों में छोटे छोटे उद्योग अनुषंधान का अवसर प्रदान करने से प्रधान ने खुशी व्यक्त की। यह अनुसंधान प्रक्रिया खदान एवं उद्योग को मजबूती देने का काम करेगी। इस अवसर पर प्रदान ने सीएसआइआर-आइएमएमटी के लाइब्रेरी का भी परिदर्शन किया। केन्द्र मंत्री के नेतृत्व में आयोजित बैठक में एनआईटी राउरकेला, आईसीटी भुवनेश्वर के निदेशक, उत्कल विश्व विद्यालय के भूतत्व विभाग के अध्यापक, राज्य सरकार के अदिकारी एवं इस्पात विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।