स्वास्थ्य सेवा बेहतर बनाने के लिए ओडिशा सरकार ने किया 8500 करोड़ निवेश, 786 नए डॉक्टर नियुक्त
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बताया कोविड महामारी के समय स्वास्थ्य सेवा बेहतर बनाने को 8500 करोड़ से अधिक रुपए स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में किया गया है निवेश 786 नए डॉक्टरों की हुई नियुक्ति। मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टरों के प्रति समाज में विशेष सम्मान है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। राज्य में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए सरकार प्राथमिकता दे रही है और इसके लिए 8500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किए जाने की बात मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कही है। ओडिशा लोकसेवा आयोग द्वारा 786 नवनियुक्त डॉक्टरों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ सालों के दौरान काफी संख्या में डॉक्टर एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी की नियुक्ति कर राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था को निरंतर बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है।
कोरोना महामारी के समय डॉक्टरों की भूमिका की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टरों के प्रति समाज में विशेष सम्मान है। जीवन मरण के समय मरीज डॉक्टरों को भगवान मानते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी को एक साल से अधिक समय हो गया है और डॉक्टर योद्धा की तरह काम कर रहे हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने युवा डॉक्टरों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह आप लोगों के लिए महत्वपूर्ण समय है।
पूरी दुनिया की तरह इस महामारी ने ओडिशा में भी व्यापक प्रभाव डाला है। स्वास्थ्य व्यवस्था के ऊपर इस महामारी के कारण भारी दबाव पड़ा है। ऐसे में डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी के साहसिक लड़ाई के कारण हम असुविधा के बावजूद लोगों की जिंदगी बचाने में सफल हुए हैं। महामारी की दूसरी लहर चल रही है। संक्रमण की रफ्तार इस समय कम हुई है मगर सभी को सतर्क रहना होगा। वनियुक्त डॉक्टर सेवा के क्षेत्र में उदाहरण बनाएंगे ऐसा मुझे विश्वास है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास ने कहा कि मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश पर ओडिशा सरकार लोगों का मुफ्त में इलाज कर रही है और उन्हें दवा प्रदान कर रही है। ओडिशा में जरूरत से ज्यादा डॉक्टर हों इसके लिए सरकार का प्रयास जारी है। राज्य सरकार बहुत जल्द इस सफलता को प्राप्त कर लेगी।
मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र ने नवनियुक्त डॉक्टरों को अपनी शुभकामना देने के साथ ही राज्य सरकार के ग्रामीण एवं दूरदराज इलाके में बेहतर स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के उद्देश्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री के सचिव वीके पांडियन ने कहा कि प्रयुक्ति विद्या के प्रयोग के साथ त्वरित एवं प्रभावशाली चिकित्सा मुहैया कराने से हकीकत में परिवर्तन लाया जा सकता है। डॉक्टरों से हमेशा संवेदनशीलता के साथ अंतिम क्षण तक काम करने के लिए उन्होंने सलाह दी। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त सचिव पीके महापात्र ने कहा कि पुरी श्री जगन्नाथ मेडिकल कॉलेज इस साल से कार्यकारी हो जाएगा। 2024 तक ओडिशा हर साल दो मेडिकल कॉलेज बनाएगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के निदेशक विजय महापात्र ने धन्यवाद ज्ञापन किया।