Diwali in Odisha: ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने गरीब व अनाथ बच्चों संग मनाई दिवाली
Diwali in Odisha. ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने गरीब व अनाथ बच्चों संग दिवाली मनाई।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस बार गरीब व अनाथ बच्चों के साथ दिवाली मनाई। साथ ही, अपने मंत्री, विधायक, सांसद, कार्यकर्ता व सरकारी अधिकारियों को भी अनाथ आश्रम, गरीब बच्चों के साथ दिवाली की खुशियां बांटने के लिए प्रेरित किया। दीपावली के दिन प्रदेश भर में तमाम जिलों के जिलाधीश, वरिष्ठ अधिकारी, सरकार के मंत्री व विधायक तथा वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने गरीब बच्चों में खुशियां बांटी।
दीपावली के मौके पर रविवार शाम को खुद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भुवनेश्वर एसओएस भिलेज पहुंचे और यहां पर गरीब एवं अनाथ बच्चों के साथ दिवाली मनाई। भुवनेश्वर में मौजूद इस एसओएस भिलेज में सैकड़ों अनाथ बच्चे रहते हैं। यहां पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने इन बच्चों को उपहार भी भेंट किए। मुख्यमंत्री के पहुंचते ही बच्चे गीत गाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किए। सभी बच्चों ने मुख्यमंत्री को अपना परिचय दिया।
मुख्यमंत्री के आह्वान एवं निर्देश का स्पष्ट दृश्य राजधानी भुवनेश्वर के साथ पूरे प्रदेश में देखने को मिला है।
प्रदेश के दो वरिष्ठ आइएएस अधिकारी राज्य के मुख्य सचिव असीत त्रिपाठी भुवनेश्वर में मौजूद चेतना गृह पहुंचे और बच्चों में मिठाई बांटी तो वहीं फाइव टी के सचिव वीकेपांडियन कलिंग स्टेडियम में मौजूद स्पोर्ट्स हॉस्टल के बच्चों के साथ दिवाली मनाई। ये बच्चे यहां कैसे रह रहे हैं, इनकी क्या असुविधा है, उस संदर्भ में भी बच्चों के साथ चर्चा की है।
सप्तधारा हॉस्टल के बच्चों के साथ दीपावली के मौके पर भोजन करते मलकानगिरी के जिलाधीश मनीष अग्रवाल।
मालकानगिरी के जिलाधीश मनीष अग्रवाल ने रविवार को अनूठे ढंग से दीपावली मनाई। उन्होंने स्थानीय सप्तधारा हॉस्टल में छोटे छोटे छात्र-छात्राओं के बीच पहुंचकर दिवाली मनाने के साथ उनके साथ नीचे बैठकर भोजन किए। जाजपुर के जिलाधीश रंजन कुमार दास जाजपुर उत्कल बालाश्रम में जाकर छोटे छोटे अनाथ बच्चों के साथ दीपावली मनाई है। जिलाधीश ने सभी बच्चों को अपने हाथों से मिठाई बांटी।
बच्चों में उपहार बांटने के साथ उन्हें पटाखे भी दिए और उनके साथ फुलझड़ी जलाई। इसी तरह से राज्य के तमाम जिलों में जिलाधीश, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विभिन्न अनाथ आश्रम में पहुंचकर बच्चों के बीच मिठाई बांटने के साथ उनके साथ भोजन किए और उनके बीच रहकर दीपोत्सव मनाया।