विविधता में एकता भारत की विशेषता है : राज्यपाल
हमारे देश में मां को देवी माना गया है। वह अपनी पसंद के मुताबिक रूप लेती है।
जासं, भुवनेश्वर : हमारे देश में मां को देवी माना गया है। वह अपनी पसंद के मुताबिक रूप लेती है। भारतीय आध्यात्मवादी होते हैं। जहां जाते हैं अपनी इस आध्यात्मिकता को नहीं भूलते हैं। यह बात राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने एनआइटी, राउरकेला के पुरातन छात्रसंघ के ग्लोबल मीट कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेते हुए कही। पूरी दुनिया में सुनाम अíजत कर देश तथा राज्य को गौरवान्वित करने वाले एनआइटी राउरकेला के सभी पुरातन छात्र छात्राओं के प्रति राज्यपाल ने आभार प्रकट किया।
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय किसी भी बात को बहुत ही जल्द स्वीकार करने में निपुण हैं। नए परिवेश में बहुत जल्द अपनी छाप छोड़ देते हैं। विविधता में एकता भारत की विशेषता है। ऐसे में भारतीयता की महक में पूरी दुनिया को महकाने के लिए राज्यपाल ने पुरातन छात्रसंघ के सदस्यों से आह्वान किया। एनआइटी राउरकेला के पुरातन छात्रसंघ के ग्लोबल मीट उत्सव का संचालन कमेटी के अध्यक्ष संजय कुमार महांती ने किया। इस अवसर पर पुरातन छात्रसंघ के अध्यक्ष प्रबोध पाढ़ी, सलाहकार पद्मश्री नलिनी रंजन महांती, संचालन कमेटी के सदस्य मधुसूदन पाढ़ी प्रमुख उपस्थित थे।