ओडिशा में हिंसा, भाजपा कार्यकर्ता की हत्या से तनाव
Violence in Odisha. ओडिशा में भाजपा कार्यकर्ता सदाशिव प्रधान की हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। ओडिशा के गंजाम जिला में आशिका लोकसभा सीट पर चुनाव से पहले हिंसा की खबर सामने आई है। यहां एक भाजपा कार्यकर्ता की लाठी से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।
जानकारी के मुताबिक, सोरणा चुनाव क्षेत्र के लाठीपड़ा पंचायत अंतर्गत कदलीझोला गांव में एक भाजपा कार्यकर्ता की लाठी से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई है। भाजपा कार्यकर्ता का नाम सदाशिव प्रधान है। बुधवार शाम को विरोधी दल के कुछ युवकों ने संतोष के सिर पर लाठी से हमला किया था। हमले में गंभीर रूप से घायल सदाशिव प्रधान को भांजनगर अस्पताल में भर्ती किया गया। रात करीबन 10:00 बजे डॉक्टर ने सदाशिव प्रधान को मृत घोषित कर दिया इसके बाद से ही गांव में तनाव है। परिस्थिति को नियंत्रण करने के लिए गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है दोषी को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग में लोग विरोध प्रदर्शन पर उतर गए हैं।
वहीं दूसरी तरफ राजधानी भुवनेश्वर में यूनिट 8 डेल्टा कॉलोनी में भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय को निशाना बनाकर तीन बम फेंके गए, हालांकि एक भी बम नहीं फूटा जिससे बड़ा हादसा टल गया। कमिस्नरेट पुलिस मौके पर पहुंचकर तीनों बम को निष्क्रिय दिया है।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इसके लिए बीजू जनता दल को जिम्मेदार ठहराते हुए पार्टी कार्यालय के बाहर नारेबाजी किए हैं। उनका कहना है बीजू जनता दल की गुंडा वाहिनी इस घटना को अंजाम दिया है। सिल्वर कलर के बुलेट से एवं पल्सर गाड़ी से आए और बम फेंक कर चले गए।
माओवादियों ने महिला पोलिंग सुपरवाइजर की गोली मारकर की हत्या
ओडिशा में दूसरे चरण के चुनाव से ठीक पहले नक्सल प्रभावित कंधमाल जिले में हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं। जिले के गोच्छापड़ा थाना अंतर्गत बाराला गांव के पास बुधवार को एक महिला पोलिंग सुपरवाइजर की माओवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पोलिंग सुपरवाइजर संयुक्ता दिगल गोली लगने के बाद वहीं ढेर हो गई।
जानकारी के मुताबिक, दिगल बुधवार को पोलिंग स्टाफ को लेकर निर्धारित बूथ की तरफ जा रही थीं। लैंड माइन के संदेह में वह गाड़ी रोक कर खड़ी हो गई थीं। उसी समय उन्हें गोली मार दी गई। फिलहाल पुलिस मौके पर पहुंचकर घटना की छानबीन कर रही है।
पोलिंग पार्टी की गाड़ी जलाई
कंधमाल जिले के ही फिरिंगिया थाना क्षेत्र में बुधवार को कुछ लोगों ने एक पोलिंग पार्टी की गाड़ी जला दी। इस घटना के पीछे नक्सलियों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, यह पोलिंग पार्टी मुंगुनीपदर बूथ पर मतदान कराने के लिए जा रही थी। रास्ते में कुछ लोगों ने पोलिंग पार्टी की गाड़ी को रोका और कर्मचारियों को नीचे उतारकर उसमें आग लगा दी। इससे गाड़ी में रखा सारा सामान जल गया। हालांकि सभी पो¨लग कर्मचारी सुरक्षित हैं। बुधवार दोपहर 11 से 12 बजे के बीच घटी इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस एवं प्रशासन के शीर्ष अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घटना में आरोपित की धर पकड़ के लिए अभियान तेज कर दिया गया है।
एक लाख के इनामी नक्सली ने हथियार डाले
राज्य में दूसरे चरण के चुनाव से पहले एक लाख के इनामी नक्सली भरत कंहार ने कंधमाल पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। हार्डकोर नक्सली भरत कंहार के पुलिस अधीक्षक प्रतीक सिंह के सामने हथियार डाल दिए जाने को एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। भरत कंहार नक्सल गतिविधियों जैसे हिंसा, हत्या तथा सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में शामिल रहा है। एसपी के सामने आत्मसमर्पण करते हुए कंहार ने कहा कि वो इस हिंसा के रास्ते को छोड़ना चाहता है क्योंकि वह नक्सलियों की वर्तमान हरकतों से संतुष्ट नहीं है। कंहार ने बताया कि नक्सलियों को जिंदा रहने के लिए पूरी तरह से गांववालों पर निर्भर रहना पड़ता है पर वे उनको प्रताड़ित करते हैं। उसने अपनी आंखों से गांव वालों को निर्देश न मानने पर संगठन के बड़े पदाधिकारियों द्वारा पीटते देखा है। जो उससे सहन नहीं हो रहा था। इसीलिए उसने नक्सल संगठन को छोड़ने का फैसला लिया।