BSE Odisha HSC Result 2020: मंत्री समीर रंजन दास ने छात्रों की सफलता पर दी बधाई कहा, परीक्षा परिणाम बेहतर
BSE Odisha HSC Result 2020 कटक में मौजूद बोर्ड कार्यालय में विद्यालय एवं जनशिक्षा विभाग के मंत्री समीर रंजन दास ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मैट्रिक परीक्षा परिणाम घोषित।
कटक, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के बीच माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी बोर्ड द्वारा संचालित मैट्रिक परीक्षा परिणाम बुधवार को घोषित किया गया। इस साल मैट्रिक परीक्षा का पास दर 78.76 रहा। पिछले साल की तरह इस साल भी लड़कों की तुलना में लड़कियों का पास दर बेहतर रहा है। लड़कियों का पास दर 81.98 प्रतिशत रहा तो वहीं लड़कों का पास दर 77.8 प्रतिशत हुआ है। हालांकि पिछले साल की तुलना में इस साल मैट्रिक पास दर बेहतर हुआ है क्योंकि पिछले साल 70.78 प्रतिशत छात्र-छात्रा पास हुए थे जबकि वहीं इस साल 78.76 प्रतिशत छात्र-छात्रा पास हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक कटक में मौजूद बोर्ड कार्यालय में विद्यालय एवं जनशिक्षा विभाग के मंत्री समीर रंजन दास ने विधिवत तौर पर मैट्रिक परीक्षा का परिणाम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से घोषित किए। इस मौके पर विद्यालय एवं शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव चित्रा अरूमुगम, मध्यमिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डॉ रामाशीष हाजरा, सचिव श्रीकांत तराई, परीक्षा नियंत्रक निहार रंजन महांती प्रमुख मौजूद थे।
मिली जानकारी के मुताबिक इस साल मैट्रिक के रेगुलर, एक्स रेगुलर, रेगुलर करेस्पॉन्डेंस, एक्स रेगुलर करेस्पॉन्डेंस परीक्षार्थी को मिलाकर परीक्षा में कुल 5 लाख 34 हजार 843 छात्र-छात्रा परीक्षा मैदान में उतरे थे। इसमें से 1012 परीक्षार्थी नकल या गड़बड़ी करने हेतु माल प्रैक्टिस में बुक हुए थे। इन्हें छोड़कर 5 लाख 33 हजार 831 छात्र छात्राओं का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया है। इसमें से 4 लाख 21 हजार 256 परीक्षार्थी पास हुए हैं। इनमें 2 लाख 21 हजार 452 छात्राएं जबकि 1 लाख 99 हजार 804 छात्र पास हुए हैं। ठीक इसी तरह ग्रेड की बात करें तो ए1 ग्रेड में 1279, ए2 ग्रेड में 8458, बी1 ग्रेड में 18188, बी 2 ग्रेड में 31328, सी ग्रेड में 49153, डी ग्रेड में 89556, ई ग्रेड में 2 लाख 23 हजार 195 छात्र छात्रा पास हुए हैं। उसी तरह से 1 लाख 12 हजार 575 छात्र-छात्रा फेल हुए हैं। इसी तरह जिले के तौर पर देखा जाए तो बरगड जिला सबसे ज्यादा 89.37 प्रतिशत छात्र-छात्रा सफल हुएं है वही नुआपड़ा जिले सबसे कम 60.18 छात्र-छात्रा पास हुए हैं। कटक जिले में पास दर 84.45 प्रतिशत रहा है।
इस साल मैट्रिक परीक्षा परिणाम को लेकर संतोष जताएं हैं विद्यालय और गण शिक्षा विभाग के मंत्री समीर रंजन दास ने। मंत्री ने कहा है कि पिछले साल के मुकाबले में इस साल मैट्रिक परीक्षा परिणाम काफी अच्छा रहा है। इसके लिए मंत्री ने छात्र-छात्रा, अभिभावक, शिक्षक और बोर्ड के अधिकारी व कर्मचारियों को इसके लिए बधाई दी है। कोरोना और एंफन तूफान के बावजूद मैट्रिक परीक्षा परिणाम को अच्छी तरह से प्रकाशित किया गया है। हालांकि इन सब कारणों से परीक्षा परिणाम प्रकाशन में थोड़ी देरी हुई है। जो छात्र-छात्रा सफल नहीं हो पाए हैं वह हौसला ना खोए। उन्हें आगे भी अपनी कोशिश जारी रखने के लिए मंत्री दास ने सलाह दी है। गण माध्यम को प्रतिक्रिया में मंत्री समीर रंजन दास ने कहा कि इस साल परीक्षा परिणाम पिछले साल के मुकाबले बेहतर हुआ है। पिछले साल राज्य के 289 स्कूलों में 100 फीसदी रिजल्ट हुआ था जबकि इस साल 678 स्कूलों में 100 फ़ीसदी रिजल्ट हुआ है। ठीक इसी तरह पिछले साल जहां 82 स्कूलों में रिजल्ट शून्य था, वहीं इस साल उसमें ढेर सुधार आया है और महज 31 स्कूलों में रिजल्ट शून्य रहा है।
जनशिक्षा विभाग के सचिव चित्रा अरूमुगान और बोर्ड के अधिकारी भी इस साल के परीक्षा परिणाम को लेकर काफी संतुष्ट दिखे। बोर्ड के अध्यक्ष डॉ रामाशीष हाजरा के मुताबिक इस साल का मैट्रिक परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए निश्चित तौर पर कई चुनौती थी। जैसे कोरोना और तूफान ने काफी अड़चन पैदा हुई थी। बोर्ड की दो वेबसाइट www.bseodisha.nic.in, www.bseodisha.ac.in में दिन के 11 बजे के बाद छात्र छात्राओं को उपलब्ध हुआ। इसके अलावा एसएमएस के जरिए भी रिजल्ट पा रहे हैं छात्र छात्रा। जिस के लिए मोबाइल में OR01 space रोल नंबर डालकर 5676750 में छोड़ रहे हैं। किसी भी तरह जानकारी यां शिकायत के लिए आज से 10 अगस्त तक खुला रहेगा बोर्ड का कंट्रोल रूम। जिसका नंबर है 0671-2412059 और 2412060। इस साल मैट्रिक परीक्षा नए ढांचे में की गई थी। ओएमआर सीट की बजाए इस साल पहली बार संक्षिप्त प्रश्न के लिए छात्र छात्राओं को सीधा-सीधा उत्तर लिखना पड़ा है ।
वर्ष 2020 फरवरी 19 तारीख से मार्च 2 तारीख तक मैट्रिक परीक्षा हुई थी। मैट्रिक परीक्षा के उत्तर कॉपियों की जांच 19 और 20 मार्च दो दिनों तक हुई मगर कोरोना खौफ के चलते इस कार्य को आगे से बंद करना पड़ा और उसमें तैनात थे 16 हजार से अधिक शिक्षक। फिर 26 मई से कापियों का जांच कार्य शुरु की गई और 15 से 20 दिनों के अंदर यह कार्य को खत्म किया गया, जिस में तैनात रहे हैं 22 हजार से अधिक शिक्षक। फिर टेबुलेशन से लेकर वेबसाइट में रिजल्ट अपलोडिंग का कार्य किया गया। 29 जुलाई बुधवार की सुबह 9 बजे बोर्ड के एग्जामिनेशन कमिटी की बैठक हुई। इस बैठक के बाद जनशिक्षा विभाग मंत्री और सचिव के आने के पश्चात मैट्रिक नतीजे को विधिवत रूप से घोषित कियेे गयेे हैंं।