देश के इस राज्य में 30 को रेल रोको आंदोलन, किसान भी करेंगे चक्का जाम
Rail Roko movement पश्चिम ओडिशा में 30 सितंबर को महा रेल रोको आंदोलन करने का निर्णय लिया गया अनुमंडल में सिंचाई की सुविधा और बाजार व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर यह आंदोलन हो रहा है।
बामड़ा, जेएनएन। पश्चिम ओडिशा कृषक सुरक्षा संगठन की अगुवाई में बामड़ा-सगरा स्टेशन के 22 किमी रेल खंड के दोनों स्टेशनों मे 30 सितंबर को महा रेल रोको आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है। इसमें पश्चिम ओडिशा के 11 जिलों के प्रतिनिधि, कुचिंडा अनुमंडल और पड़ोसी सुंदरगढ़ जिला से 20 हजार से ज्यादा किसान सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक चार घंटे रेल चक्का जाम करेंगे। राज्य और केंद्र सरकार द्वारा किसानों को फसल बीमा राशि प्रदान करने में आनाकानी, समग्र कुचिंडा अनुमंडल में सिंचाई की सुविधा और बाजार व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर यह आंदोलन होने जा रहा है।
मंगलवार को केछुपानी कल्याण मंडप में संबलपुर जिला कृषक सुरक्षा संगठन के अध्यक्ष मुरारी पुरोहित की अध्यक्षता में इसे लेकर तैयारी बैठक हुई। इस बैठक में 11 जिला के प्रतिनिधि समेत कुचिंडा अनुमंडल के 55 पंचायत और पड़ोसी सुंदरगढ़ जिले से भी 300 से अधिक किसान प्रतिनिधि शामिल हुए।
पश्चिम ओडिशा कृषक सुरक्षा संगठन समन्वय समिति के संयोजक अशोक प्रधान ने कहा ये लड़ाई किसानों के हक के लिए है और व्यवस्था के विरुद्ध है। यह महा रेल रोको ओडिशा के किसान आंदोलन की सबसे बड़ी सांकेतिक लड़ाई है। पिछले एक साल से कुचिंडा अनुमंडल के तीनो ब्लॉक के किसान महाबंद और आर्थिक नाकेबंदी समेतअनेक आंदोलन कर चुके है। लेकिन शासन प्रशासन पर कोई असर नहीं पड़ने से महा रेल रोको का निर्णय लिया गया।
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बामड़ा जय आदिम कृषक सुरक्षा संगठन के संयोजक योगबिहारी परिडा ने कहा कि इसके बाद भी किसानों की मांगे नहीं पूरी होती हैं तो आगे अंजाम भयावह होगा। बैठक में अनुमंडल कृषक संगठन के प्रमुख कुसध्वज चौधरी, ज़िला उपाध्यक्ष हरीश चंद्र पुरोहित, पूर्व विधायक रविनारायण नायक, अशोक साई, भैरव प्रधान, बीरबल पटेल, किरण नायक समेत गोबिंदपुर थाना प्रभारी प्रताप कुमार राणा और रेलवे इंटेलीजेंस के अधिकारी भी उपस्थित थे।
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