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मांग के अनुरूप बढ़ाना होगा एल्यूनिनियम उत्पादन

देश में एल्यूमिनियम उत्पादन वर्तमान समय में 3.4 न्यूत टन है। 2030 तक यह उत्पादन 10 न्यूत टन करने का लक्ष्य रखा गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 05:12 PM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 05:12 PM (IST)
मांग के अनुरूप बढ़ाना होगा एल्यूनिनियम उत्पादन
मांग के अनुरूप बढ़ाना होगा एल्यूनिनियम उत्पादन

जासं, भुवनेश्वर : देश में एल्यूमिनियम उत्पादन वर्तमान समय में 3.4 न्यूत टन है। 2030 तक यह उत्पादन 10 न्यूत टन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। अंतरराष्ट्रीय एल्यूमिनियम संघ (एएआइ) एवं केंद्रीय खान मंत्रालय की तरफ से स्थानीय एक होटल एवं जनता मैदान में आयोजित अंतराष्ट्रीय एल्यूमिनियम सम्मेलन एवं प्रदर्शनी (इनकॉल-2019) के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय खान मंत्री नरेंद्र ¨सह तोमर ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि वाहनों से लेकर प्रतिरक्षा एवं महाकाश यान तक अनेक काम में एल्यूमिनियम का प्रयोग किया जा रहा है। इन तमाम क्षेत्रों में एल्यूमिनियम की मांग बढ़ी है। इस मांग को पूरा करने के लिए हमें उत्पादन को बढ़ाना होगा।

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खदान नीलामी के संबंध में केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा देश में 53 खदानों की नीलामी हो चुकी है। इससे 1 लाख 43 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिला है। अभी 100 से अधिक खदानों के नीलामी के लिए प्रक्रिया चल रही है। 2020 तक जिन खदानों की नीलामी रद होने जा रही है, उन्हें भी नीलाम करने के लिए तैयारी कर ली गई है।

उद्योग जगत के लिए मील का पत्थर साबित होगा एल्यूमिनियम पार्क

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि अनुगुल में नालको की तरफ से स्थापित एल्यूमिनियम पार्क के सभी प्लाटों का आवंटन खत्म हो गया है। इन पार्को को सीधे भुवनेश्वर से जोड़ने की व्यवस्था की गई है। पुराने जगन्नाथ सड़क होते हुए यह राजमार्ग एल्यूमिनियम पार्क के पास पहुंचेगा। यह पार्क राज्य में उद्योग जगत के लिए एक बड़ा कदम है। प्रधान ने कहा कि विभिन्न समय में कोयला को लेकर उद्योगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। राज्य सरकार जमीन अधिग्रहण में सहयोग करे तो कोयला उत्पादन में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।

एल्यूमिनियम उद्योग विकास के लिए विशेष नीति की जरूरत

राष्ट्रीय एल्यूमिनियम संघ के अध्यक्ष सह नालको के सीएमडी डॉ. तपन कुमार चांद ने कहा कि एल्यूमिनियम उद्योग विकास के लिए के विशेष नीति की जरूरत है। एक एल्यूमिनियम परिषद गठन करने पर उन्होंने जोर देते हुए कहा कि एल्यूमिनियम उद्योग वर्तमान समय में स्पीड अर्थात गति, से¨वग अर्थात बचत एवं सस्टेनबिलिटी अर्थात निरंतरता, थ्री एस पर विशेष महत्व दे रहा है। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में 750 से अधिक प्रतिनिधि, 100 से अधिक आमंत्रित अतिथि एवं 23 देश के 125 प्रतिनिधियों की मौजूदगी में कई कंपनियों के बीच समझौता हुआ है। उल्लेखनीय है कि जनता मैदान में आयोजित प्रदर्शनी में 120 कंपनियों ने अपनी प्रयुक्ति को प्रदर्शित किया।


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