कोल गैसीफिकेशन प्लांट के साथ चार इस्पात यूनिट का लोकार्पण
ओडिशा के अनुगुल जिला अंतर्गत जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेए
जागरण संवादादाता, भुवनेश्वर : ओडिशा के अनुगुल जिला अंतर्गत जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) कंपनी में कोल गैसीफिकेशन प्लांट के साथ 4 इस्पात तैयारी यूनिटों का केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेंद्र ¨सह एवं पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेँद्र प्रधान ने शनिवार को उद्घाटन किया। देश को समर्पित इन चार संयंत्र में 4554 मैट्रिक क्यूब का ब्लास्ट फर्नेस, 30 लाख टन प्रतिवर्ष उत्पादन क्षमता का बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस, विश्व का पहला सिनगैस आधारित 20 लाख टन प्रतिवर्ष क्षमता का डीआरआइ प्लांट और स्वदेशी कोयला आधारित विश्व का सबसे बड़ा कोल गैसीफिकेशन प्लांट शामिल है।
इस मौके पर इस्पात मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि जेएसपीएल द्वारा इस्पात तैयारी के क्षेत्र में पहली बार कोल गैसीफिकेशन प्रक्रिया का प्रयोग किया गया है। कोल गैसीफिकेशन प्रक्रिया से इस्पात उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी। मंत्री सिंह ने कहा कि देश में कुल उत्पादित इस्पात में से वर्ष 2030 तक एक तिहाई इस्पात ओडिशा से उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही ओडिशा देश का इस्पात उत्पादन के क्षेत्र में प्राणकेंद्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में प्रयोग होने वाली 80 प्रतिशत कुकिंग कोयला विदेश से आयात होता है। जेएसपीएल की कोल गैसीफिकेशन प्रक्रिया विदेशों पर निर्भरता को कम करेगी। उन्होंने कहा कि देश में इस्पात उत्पादन 2030 तक 10 लाख करोड़ रुपये निवेश कर 300 न्यूत टन पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि कोयला से गैस, तरल इंधन तथा अन्य ऊर्जा उत्पादन करने के लिए नई तकनीक का मार्ग प्रशस्त किया है। अविभाजित ढेंकानाल जिला में ¨जदल इस्पात कारखाना के साथ टाटा कंपनी बंद होने से भूषण इस्पात कारखाना को केंद्र सरकार ने अपनी नई नीति के साथ इसे हाथ में लिया है। देश की दो इस्पात निर्माता कंपनी टाटा एवं ¨जदल की उपस्थिति स्थानीय इलाके की अर्थनीति को मजबूती देने का काम करेगी। प्रधान ने कहा कि औद्योगिक संस्थाएं सीधे तौर पर सबको नौकरी नहीं दे सकती हैं मगर टाटा, ¨जदल, एमसीएल, नालको, एनटीपीसी स्थानीय इलाके से गरीबी खत्म करने के लिए क्षेत्र तैयार कर सकती हैं। एक तरफ ¨जदल नई तकनीक के जरिए कोयला से गैस उत्पादन कर रहा है तो तालचेर खाद कारखाना को गेल, कोल इंिडया एवं राष्ट्रीय इस्पात लिमिटेड नई तकनीक का प्रयोग कर गैस उत्पादन करने को प्रोजेक्ट निर्माण कर रहे हैं।
जेएसपीएल के अध्यक्ष नवीन ¨जदल ने कहा कि ओडिशा के अनुगुल में इस कारखाना के जरिए पहले कच्चेमाल का प्रयोग कर इस्पात तैयार किया जाता था। अब कारखाना दोनों, ऑक्सीजन एवं बिजली प्रणाली से इस्पात तैयार कर देश का एक प्रमुख इस्पात उत्पादक कारखाना बन गया है। उन्होंने कहा कि इस कारखाना के जरिए आगामी साल में संपूर्ण 6 न्यूत टन सालाना क्षमता के साथ आगे बढ़ेगा। इस अवसर पर ओपी ¨जदल समूह की सावित्री ¨जदल समेत जेएसपीएल के वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।