बड़ी कंपनी का CEO बनाने का लालच दिखा 20 लाख की लूट, मामला दर्ज
ओडिशा में बड़ी कंपनी का सीइओ बनाने की लालच दिखा 20 लाख रुपये की लूट का मामला सामने आया है। क्राइमब्रांच में मामला दर्ज हो चुका है । ।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। कोरोना एवं लॉकडाउन के कारण लाखों लोगों की नौकरी चली गई है। अधिकाधिक संख्या में शिक्षित युवक-युवती अन्य राज्य व देश से अपने घर लौट आए हैं। अब वे नई नौकरी पाने की उम्मीद में इंटरनेट एवं सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। ऐसे में इसका फायदा उठाकर साइबर ठग भी सक्रिय हो गए हैं। इन ठगों ने नौकरी दिलाने के नाम पर एकाधिक फेक वेबसाइट बनाकर ठगी का धंधा चला रहे हैं। ऐसे ही एक ठगी का शिकार भुवनेश्वर पटिया फाल्कन रेसीडेंसी में रहने वाले पंकज कुमार दास हुए हैं। साइबर ठगों ने 20 लाख रुपये से अधिक का चुना गाया है। इस संबंध में पंकज ने पहले इनफोसिटी थाना में फिर कटक साइबर थाना में शिकायत की है। पुलिस मामला दर्ज कर घटना की छानबीन कर रही है, मगर साइबर ठगों के बारे में कुछ भी सुराग नहीं मिला है।
आरोप के मुताबिक पंकज एक निजी संस्था में जनरल मैनेजर (जीएम) हैं। वह एक अच्छी कंपनी में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीइओ) या फिर वाइस प्रेसिडेंस पद की तलाश कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने गूगल में सर्च करते समय उन्हें एक वेबसाइट (www.Recruitmentzone.in) मिली। इसमें उन्होंने अपना बायोडाटा अपलोड कर दिया। कुछ दिन के बाद पंकज के मोबाइल पर फोन आया कि वह एक बड़ी कंपनी में सीइओ पद के लिए योग्य चुने गए हैं। कोरोना काल चलने से इस पद पर नियुक्ति के लिए संस्था पैसा लेती है। ऐसे में आनलाइन में पंकज से 20 लाख 30 हजार रुपया लेने के साथ ठगों ने उन्हें जाली रसीद भेज दी। इसके बाद नौकरी के लिए जब उनके पास कोई पत्र नहीं आया तो पंकज ने जिस नंबर से फोन आया था उस पर संपर्क किया तो नंबर बंद ला। कई दिनों तक जब नंबर बंद आया तो पंकज को संदेह हुआ। जांच के बाद पता चला कि वेबसाइट फर्जी है, इसके बाद उन्होंने थाना में इसकी शिकायत की है।
इस तरह से ठगी का शिकार होने वाले अकेले पंकज ही नहीं हैं बल्कि राजधानी में 7 से अधिक व्यक्ति इस तरह की ठगी का शिकार होने का आरोप थाना में आया है और कितने लोग ठगी का शिकार होने के बाद चुप बैठ गए है। इस संदर्भ में क्राइमब्रांच के एडीजी सौमेन्द्र प्रियदर्शी ने कहा है कि इन आरोपों को गम्भीरता से लिया गया है और जांच की जा रही है। अपराधी देश के बाहर रहकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, ऐसे में उन्हें पकड़ना मुश्किल हो रहा है। साइबर अपराध से लोगों को बचाने के लिए अगले सप्ताह से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।