लगातार बारिश से सूबे में बाढ, बंशधारा, जलका समेत कई नदियां खतरे के निशान के पार
चक्रवाती तूफान तितली के प्रभाव से ओडिशा में लगातार भीषण बारिश हो रही है
भुवनेश्वर, जेएनएन। चक्रवाती तूफान तितली के प्रभाव से गुरुवार शाम से ही राज्य में लगातार भीषण बारिश का दौर जारी है। इसके चलते कई नदियां उफान हैं। वहीं, कई शहरों में जल निकासी का संकट पैदा हो गया है। गंजाम, गजपति, कटक, बालेश्वर, खुर्दा जिला में स्थिति ज्यादा गंभीर है। प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्य में एनडीआरएफ की 14 टीम, ओड्राफ 12 टीम एवं दमकल विभाग की टीम नियोजित की गई है।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार सुबह 7:30 बजे तक फुलवाड़ी जिला में सबसे ज्यादा 200.2 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई है तो वहीं पुरी जिला में 191 मिमी, कटक जिला में 133 मिमी. बारिश, भुवनेश्वर में 96.1 मिमी., जाजपुर में 60.80 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई है। बारिश का दौर आगामी 24 घंटे तक जारी रहने की संभावना है। ऐसी स्थिति में हालत और गंभीर हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार खुर्दा, भुवनेश्वर, कटक, मयूरभंज, बालेश्वर, केंदुझर, ढेंकानाल, अनुगुल, संबलपुर, जाजपुर, भद्रक, जगत सिंहपुर, केंद्रापाड़ा, कंधमाल, सुंदरगढ़ व देवगड़ समेत अन्य जिलों में अगले 24 घंटे तक बारिश जारी रहेगा।
गुणुपुर एवं काशीनगर में बंशधारा नदी खतरे के निशान के ऊपर प्रवाहित हो रही है। यहां पर खतरे का निशान 84 मीटर है जबकि यहां पानी 84.77 मीटर पर प्रवाहित हो रहा है। उसी तरह से जलका नदी मथानी में खतरे के निशान को पार कर गई है। बालेश्वर जिला के मथानी में जलका नदी के खतरे का निशान 5.50 मीटर है जबकि यहां पर नदी 6 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। इसके अलावा महेंद्रतनया नदी के साथ तमाम नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे राज्य में बाढ़ की स्थिति गम्भीर हो गई है।
गंजाम जिले में इच्छापुर स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग पर करीब पांच फीट पानी प्रवाहित हो रहा है। इससे ओडिशा एवं आंध्र प्रदेश के बीच संपर्क टूट गया है। रास्ते के दोनों ओर सैकड़ों वाहन खड़े हैं। भंजनगर शहर में स्थिति बद से बदतर हो गई है। घोड़ाहाड़ एवं बाहुदा नदी में जल स्तर बढ़ने से भंजनगर शहर का बाहरी दुनिया से संपर्क कट गया है। शहर में तीन फीट से ऊपर पानी हिलोरे मार रहा है।
शहर के चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। जिला में लहरखंडा नदी, बड़ नदी के साथ ऋषिकुल्या नदी खतरे के निशान के पार बह रही है। उसी तरह सभी जल सिंचाई प्रोजेक्टों में पानी ज्यादा होने से इन सभी जल सिंचाई प्रोजेक्ट के गेट खोल दिए गए हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है। बरहमपुर-भंजनगर के बीच संपर्क कट गया है। लाठीबड़ा - शेरगड़ के बीच रास्ता कट गया है। इसके अलावा आसिका-कविसूर्य नगर, आसिका-शेरगड़ के बीच भी संपर्क कट गया है। शहर में बिजली सेवा को पूरी तरह से ठप है।
दीवार गिरने से दो की मौत
गजपति जिला के गोशाणी लावण्यगड़ में दीवार गिरने से दो लोगों की दबकर मौत हो गई है जबकि कटक जिला के तिगिरिया थाना अंतर्गत विष्णुपुर गांव में पहाड़ खिसकर पत्थर एक घर के ऊपर गिरने से घर में शो रहे एक ही परिवार के तीन सदस्य बुरी तरह से घायल हो गए हैं। इनका नाम कुना स्वांई, लिटू स्वांई एवं रंजना स्वाईं है। उसी तरह नयागड़ जिला के लंडापादू गांव में एक युवक के नदी में बह जाने की सूचना मिली है। वहीं ढेंकानाल जिला के कामाख्यानगर में 53 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पेड़ गिर जाने से रास्ता बंद हो गया है। मयूरभंज जिला के राइरंगपुर मधुपुर गांव में कच्चे घर की दीवार ढहने से बाप-बेटी एवं एक महिला घायल हो गयी।
मुख्यमंत्री ने की हालात की समीक्षा
राज्य में तितली तूफान और उसके प्रभाव से लगातार हाे रही भारी बारिश के चलते स्थिति बद से बदतर हो गई है। खासकर गंजाम, गजपति एवं रायगड़ा जिला में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसे में शुक्रवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सचिवालय में बैठक कर हालात की समीक्षा की। उन्होंने गंजाम, गजपति एवं रायगड़ा जिला के जिलाधीश के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग से बात की और तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट भेजने को कहा। बाद में मुख्यमंत्री ने कहा है कि गंजाम में ज्यादा लोग पानी से घिरे हैं। ऐसे में वहां एयरलिफ्ट की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को सभी सुविधा मुहैया करने के लिए निर्देश दिया है। लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने एवं उन्हें पका खाद्य देने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही प्रभावित इलाके में फंसे लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने को निर्देश दिया गया है। मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पाढ़ी ने कहा कि राहत एवंउद्धार कार्य के लिए विशाखापट्टनम से दो हेलीकाफ्टर मंगाया गया है।