ED seized Bhushan Steel: ईडी ने जब्त की भूषण स्टील की 4025 करोड़ रुपये की संपत्ति
ED seized Bhushan Steel भूषण पावर एंड स्टील कंपनी के प्रमोटरों द्वारा फर्जी तरीके से लोन लेने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कंपनी की संबलपुर स्थित फैक्ट्री को अटैच कर लिया है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। दिवालिया घोषित की जा चुकी भूषण पावर एंड स्टील कंपनी के प्रमोटरों द्वारा जाली कागजात के आधार पर 5500 करोड़ रुपये का लोन लेने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कंपनी की संबलपुर स्थित फैक्ट्री को अटैच कर लिया है। जब्त की गई संपत्ति की कीमत 4025 करोड़ रुपये बताई जा रही है। दिल्ली की सीबीआइ कोर्ट के निर्देश पर ईडी ने यह कार्रवाई की है।
ताजा मामले में कंपनी के प्रमोटर संजय सिंघल व अन्य के खिलाफ फर्जी कागजात दिखाकर पंजाब नेशनल बैंक और इलाहाबाद बैंक से लगभग 5500 करोड़ रुपये का कर्ज लेने की शिकायत की गई थी। इस मामले की जांच सीबीआइ कर रही थी। सीबीआइ ने संजय सिंघल और अन्य के खिलाफ जालसाजी, आपराधिक साजिश, भ्रष्टाचार निरोधक कानून और मनी लॉड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले की सुनवाई दिल्ली स्थित सीबीआइ कोर्ट में चल रही है। सिंघल परिवार पर जालसाजी के आरोप की पुष्टि के बाद सीबीआइ कोटÊ ने ईडी को कंपनी की संपत्ति जब्त करने का निर्देश दिया।
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गौरतलब है कि दिवालिया हो चुकी भूषण पावर एंड स्टील कंपनी को कानून बेचने की प्रक्रिया चल रही है। इस कंपनी को खरीदने के लिए 19500 करोड़ रुपये की सर्वाधिक बोली का टेंडर जेएसडब्ल्यू स्टील ने भरा है। कंपनी पर वर्तमान में 48000 करोड़ रुपये का बैंक कर्ज है। ईडी की इस कार्रवाई के बाद माना जा रहा है कि फर्जीवाड़ा कर बैंकों के पैसे का गोलमाल करने वाली अन्य कंपनियों और संस्थाओं के खिलाफ भी इसीतरह की कार्रवाई की जाएगी।
बिसरा की गरिमा से 50 हजार की ऑनलाइन ठगी
दस रुपये का आनलाइन पेमेंट करने के लिए भेजे गए लिंक को खोलने के महज 15 मिनट बाद बिसरा की गरिमा अग्रवाल के खाते से 50 हजार रुपये गायब हो गए। जबतक गरिमा कुछ समझ पाती तब तक वह आनलाइन ठगी की शिकार हो चुकी थी। लिहाजा उन्होंने इस बारे में पहले उदितनगर स्थित साइबर थाने से शिकायत की लेकिन मामला 50 हजार रुपये की ठगी का होने के कारण इस मामले को बिसरा थाने भेज दिया गया। बिसरा पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी है।
गरिमा ने पुलिस को जो जानकारी दी है उसके अनुसार उनकी एक रिश्तेदार ने कुछ आनलाइन सामान खरीदा था। जिसकी डिलीवरी नहीं होने पर उन्होंने गरिमा से इस बारे में पता करने को कहा था। गरिमा की रिश्तेदार ने उसे बताया था कि डीटीडीसी कोरियर से यह पार्सल आना था। लिहाजा गरिमा ने गूगल सर्च पर कंपनी का कांटेक्ट नंबर तलाशना शुरू किया।
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