ओडिशा में बिन भक्तों के हो रही है मां की आराधना, पूजा पंडालों में पसरा सन्नाटा
कोरोना संक्रमण को देखते हुए ओडिशा में दुर्गा पंडालों में सन्नाटा पसरा हुआ है ना ही सोने चांदी के मेढ़ बनाये गये हैं और न ही आकर्षक तोरण लगी है। कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए पंडालों में मां की पूजा की जा रही है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। राजधानी भुवनेश्वर के साथ पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बीच जगत जननी मां दुर्गा की आराधना की जा रही है। मंडप में आज मां महामाया की नवमी एवं पीठ में दशमी पूजा जारी है, हालांकि पूजा पंडालों के बाहर इस बार भक्तों की भीड़ नदारद है। भू पृष्ठ पर मां का आगमन हो चुका है, मगर जिसके लिए मां ने धरातल पर अपने कदम रखे हैं, उन्हें मां के पास जाने पर पाबंदी लगायी गई है। भक्त एवं मां के बीच कोरोना बाधक बना है।
न बने मेढ़ न आकर्षक तोरण
कोरोना के कारण सभी मंडप सुनसान हैं। ना ही सोने एवं चांदी के मेढ़ बने और ना ही आकर्षक तोरण बनाए गए हैं। रीति नीति का अनुपालन करने के लिए तमाम पूजा पंडालों बस मां की पूजा की जा रही है। भक्त अपने घरों में रहकर मां का आशीर्वाद ले रहे हैं।
पूजा पंडालों के पास पसरा है सन्नाटा
हर साल दुर्गा पूजा के मौके पर जहां रंग-विरंगी लाइटों से सजे रहने वाले पूजा पंडाल दर्शकों का हुजूम को नियंत्रित करने के लिए पूजा कमेटी एवं प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी वहीं इस साल सभी पूजा पंडालों में सन्नाटा पसरा रहा। पूजा पंडाल में मां की पूजा बिना भक्तों के हो रही है। केवल पूजा पंडाल ही नहीं तमाम बाजारों से दशहरा की रौनक गायब थी। ज्यादातर लोग अपने घरों में रहकर ही मां का दर्शन करने साथ पूजा अर्चना कर रहे हैं।