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भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में बोले धर्मेन्‍द्र प्रधान- नई शिक्षा नीति का बारिकी से अध्ययन कर समझने का कर रहा हूं प्रयास

भारतीय जनता पार्टी की जन आशीर्वाद यात्रा में भाग लेते हुए केन्द्रीय शिक्षा एवं कौशल्य विभाग के मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान बोले कि वे पिछले 45 दिन से प्रधानमंत्री जी की नई शिक्षा नीति का बारिकी से अध्ययन कर उसे समझने का प्रयास कर रहा हूं।

By Babita KashyapEdited By: Published: Fri, 20 Aug 2021 08:32 AM (IST)Updated: Fri, 20 Aug 2021 08:32 AM (IST)
भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में बोले धर्मेन्‍द्र प्रधान- नई शिक्षा नीति का बारिकी से अध्ययन कर समझने का कर रहा हूं प्रयास
केन्द्रीय शिक्षा एवं कौशल्य विभाग के मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 34 साल के बाद सन् 2020 में जो नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनायी है, उसमें मौलिक शिक्षा के साथ रोजगार आधारित शिक्षा पर फोकस दिया गया है। शिक्षा मंत्री बनने के बाद पिछले 45 दिन से प्रधानमंत्री जी की इस नई शिक्षा नीति का मैं बारिकी से अध्ययन कर रहा हूं., समझने का प्रयास कर रहा हूं। यह बात भारतीय जनता पार्टी की जन आशीर्वाद यात्रा में भाग लेते हुए केन्द्रीय शिक्षा एवं कौशल्य विभाग के मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने पत्रकारों से कही है। उनके साथ केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्र भी उपस्थित थे।

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केन्द्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा कि आज मेरे लिए गर्व, गौरव व शौभाग्य का दिन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा 7 जुलाई को बड़े पैमाने पर केन्द्र मंत्री मंडल का पुनर्गठन हुआ। अनेक नया दायित्व नए बंधुओं को मिला। प्रधानमंत्री ने मुझे शिक्षा विभाग एवं कौशल्य विभाग का दायित्व दिए। मेरे बंधु अश्विनी वैष्णव को रेल, कम्यूनिकेशन, आइटी विभाग का दायित्व दिए। हमने अपने मन में संकल्प लिया था कि जब भी ओड़िशा आएंगे महाप्रभु का आशीर्वाद लेने के साथ ही नए ओडिशा गठन के लिए पंडित गोपबन्धु दास 100 साल पहले जो सपना देखा था उसे साकार करने का संकल्प लेंगे।

100 साल पहले जब भारत पराधीन था तब भारत को स्वाधीन कराने के लिए स्वतंत्रता सेनानी संग्राम कर रहे थे। उस समय पंडित गोपबन्धु दास ने ओडिशा में स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व लेने के साथ ही देश के स्वाधीन होने के बाद देश एवं राज्य का क्या रूप होगा, उसकी परिकल्पना, प्रयोगशाला सत्यवादी वकुल वन विद्यालय को बनाया था। एक ओडिआ के तौर पर वकुल वन विद्यालय के इतिहास को छात्र जीवन से पढ़ते आ रहा हूं। प्रधानमंत्री ने भारत देश में मेरे जैसे एक सामान्य ओडिआ व्यक्ति को यह दायित्व दिए। देश-विदेश के समृद्ध नागरिक के साथ विशेषज्ञों के जरिए मौलिक शिक्षा को जो मैं समझता हूं, वकुल वन विद्यालय उसकी प्रेरणा है।

इस अ​वसर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने ओडिशा को सात महत्वपूर्ण मंत्रालय दिया है। ऐसे में पूर्वी भारत के विकास के लिए प्रधानमंत्री ने जो सपना देखा है वह किस प्रकार से से पूरा होगा, ओडिशा एवं पूर्वी भारत का विकास कैसे होगा, विकास की धारा क्या होगी, गरीब, वंचित, आदिवासी, किसान सभी को किस प्रकार से रेल की सुविधा आसानी से मिली, इंटरनेट मिले, शिक्षा एवं पेयजल की सुविधा का लाभ मिले, उसकी परिकल्पना के साथ प्रधानमंत्री ने नए मंत्री मंडल का गठन किया है और इसका दायित्व हम लोगों को दिया है।

प्रधामंत्री के पूर्वोदय के सपने को साकार करने का संकल्प लेकर आज हम लोग महाप्रभु जगन्नाथ जी एवं महाप्रभु जगन्नाथ जी की पवित्र भूमि से आशीर्वाद लेने आए हैं। यह बात केन्द्र रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव यहां पत्रकारों से बात करते हुए कही है। पुरी कोणार्क के बीच रेल संयोग करने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए रेल मंत्री ने कहा कि इसके लिए डीपीआर तैयार हो रहा है। पुरी कोणार्क के बीच रेल संयोग पर अध्ययन चल रहा है। समय आने पर जानकारी दी जाएगी।


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