दीपोत्सव को लेकर जगमग हुई राजधानी, सुरक्षा सख्त
दीपावली को लेकर राजधानी भुवनेश्वर समेत पूरे राज्य में उत्साह का माहौल है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : दीपावली को लेकर राजधानी भुवनेश्वर समेत पूरे राज्य में उत्साह का माहौल है। राजधानी में मौजूद प्रमुख इमारतों को रंग बिरंगी लाइटों से सजा दिया गया है। लोग भी अपने घरों को सजा संवार कर दीपोत्सव के उल्लास डूबे हुए हैं। इन सबके बीच मौसम की लुकाछिपी खत्म होते ही शनिवार को पटाखों की दुकानों पर नगर समेत कटक आदि तमाम शहरों में लोगों की खासी भीड़ देखी गई।
रविवार को मनाए जाने वाले दीपावली के पर्व को लेकर प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों को शांति व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। साथ ही 43 पीसीआर वैन के अलावा और 5 पीसीआर वैन शहर में विधि व्यवस्था बनाए रखने को तैनात की गई हैं। यह 5 अतिरिक्त पीसीआर वैन देर रात में पटाखा फोड़ने वालों पर नजर रखने की जानकारी डीसीपी अनुप कुमार साहू ने दी है।
उन्होंने बताया कि सुप्रीमकोर्ट के दिशानिर्देश के मुताबिक रात 10 बजे तक ही पटाखा फोड़ने की अनुमति है। इसके बाद पटाखा फोड़ने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा। 125 से अधिक ध्वनि वाले पटाखा फोड़ने वालो पर कार्रवाई की जाएगी। चाइना पटाखा पर भी रोक लगाई गई है। उन्होंने बताया कि राजधानी में 272 पटाखा दुकान को लाइसेंस दिया गया है। इन सभी को अधिक ध्वनि वाले पटाखा न बेचने का निर्देश दिया गया है, जिसकी जांच कर कार्रवाई जारी है।
पुलिस कमिश्नर सत्यजीत महांती ने कहा है कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा। इसकी जांच के लिए पुलिस स्क्वॉयड जगह-जगह छापेमारी कर रही है। मार्ग पर पटाखा फोड़ने या फिर किसी को परेशान करने पर कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई ऐसा करता है तो फिर 100 नंबर पर सूचना देने के लिए कमिश्नर ने लोगों से अनुरोध किया है।
आग से निपटने खोले गए अतिरिक्त फायर स्टेशन : दीपावली के मौके पर किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए दमकल विभाग पूरी तरह से तैयार है। चीफ फायर आफिसर सुकांत सेठी के अनुसार, इसके लिए राज्य के सभी 337 फायर स्टेशन को अलर्ट किया गया है। वर्तमान समय में भुवनेश्वर में तीन फायर स्टेशन हैं। इन तीन फायर स्टेशन के अलावा और अतिरिक्त 3 अस्थाई फायर स्टेशन खोले गए हैं। इसी तरह कटक में भी 3 फायर स्टेशन के अलावा 5 अस्थाई फायर स्टेशन बनाए गए हैं। इसके लिए एक गाड़ी मौजूद रखी गई है। इसके अलावा बालेश्वर, बरगड़, बरहमपुर, संबलपुर में भी एक-एक अस्थाई फायर स्टेशन खोले गए हैं। उन्होंने छोटी या बड़ी अग्निकांड की घटना होती है तो तुरंत दमकल केंद्र को सूचित करने के लिए लोगों से अनुरोध किया है। भीड़-भाड़ वाली गलियों के लिए बाइक की भी व्यवस्था की गई है। दीपावली के लिए 5 हजार कर्मचारी के साथ 900 गाड़ियों को पूरी तरह से तैयार रखा गया है।
बारिश का संकट टला: मौसम विभाग की तरफ से राज्य में बारिश कम होने की सूचना दिए जाने के बाद दीपावली पर छाया संकट कुछ हद तक टल गया है। मौसम विभाग ने प्रदेश में चार दिन तक बारिश की संभावना जताई थी। इससे दीपोत्सव बारिश की भेंट चढ़ने का अनुमान किया जा रहा था। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाडी में बना कम दवाब का क्षेत्र लगातार कमजोर हो रहा है और यह उत्तर-पश्चिम की दिशा में आगे बढ रहा है। इस कारण पश्चिम बंगाल से लेकर आसमान तक एक ट्राप लाईन बन गई है जिससे ओडिशा पर खतरा कम हो गया है। मौसम विभाग की ताजा सूचना के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि कम से कम दीपावली के दिन लोग बारिश से राहत पा लेंगे। वैसे शुक्रवार को धनतेरस का मजा कुछ हद तक बारिश ने बिगाड़ दिया था। बाजारों में भीड काफी थी मगर लोग बारिश के कारण कम ही घरों से निकले थे। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 12 घंटे के अंदर कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश हो सकती है लेकिन भीषण बारिश की संभावना कम ही है। इधर, एसआरसी सूत्रों के अनुसार राज्य की किसी भी नदी में बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है।