देखा एक ख्वाब तो सिलसिल हुए..
स्थानीय उत्कल अनुज ¨हदी वाचनालय में दीपावली बंधु मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जासं, भुवनेश्वर : स्थानीय उत्कल अनुज ¨हदी वाचनालय में दीपावली बंधु मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें पंडित हरिप्रसाद चौरसिया के शिष्य रत्नाकर त्रिपाठी (तनुजी महाराज) ने बांसुरी की धुन पर स्वर लहरी निकाल श्रोताओं का दिल जीत लिया। इनके साथ तबल पर संगत करने के लिए संगीत महाविद्यालय, भुवनेश्वर के तबला लेक्चरर सुरेश कुमार उपस्थित रहे। त्रिपाठी ने भजन, गजल, लोकगीतों की धुन से लेकर फिल्मी गीतों को बांसुरी की सुमधुर तान पर पेश किया। एक के बाद एक गीतों को बांसुरी के सुर में सुनना वाचनालय के साथियों का पहला अवसर था। पायो जी मैंने राम रतन धन पायो.., भजन से हुई शुरुआत के बाद कई शास्त्रीय धुन पेश की गई। इसके बाद कई नए पुराने गीत जैसे सावन का महीना पवन करे शोर.., देखा एक ख्वाब तो सिलसिले हुए.., लग जा गले कि फिर ये हसीन रात हो न हो.., ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। लगभग तीन घंटे तक चले इस कार्यक्रम के दौरान वाचनालय की ओर से बांसुरी वादक तनु महाराज एवं तबला में उनकी संगत करने वाले उस्ताद सुरेश कुमार को संरक्षक सुभाष भुरा ने सम्मानित किया। कार्यक्रम में नालको के पूर्व सीएमडी एसके तमोतिया समेत गौरांग अग्रवाल, लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, ¨हदी अधिकारी रवींद्र नाथ चांद, ब्राह्माण समाज, भुवनेश्वर अध्यक्ष प्रमुख शामिल हुए।