पुरी के बाहर से आये शवों का भी पुरी स्वर्गद्वार में हो सकेगा अंतिम संस्कार, प्रशासन ने रोक हटायी
कोविड गाइडलाइन का अनुपालन कर जिले के बाहर के लोग भी अब पुरी स्वर्ग द्वार में अपने परिजनों का अंतिम संस्कार कर सकते हैं। पुरी जिला प्रशासन ने समुद्र या महोदधि में राख के विसर्जन पर लगे प्रतिबंध को भी हटा दिया है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। पुरी जिला प्रशासन ने आज पुरी के स्वर्गद्वार में अन्य जिलों और राज्यों से मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए लगाए गए प्रतिबंधों को वापस ले लिया है। इसके साथ ही पुरी जिला प्रशासन ने समुद्र या महोदधि में राख के विसर्जन पर लगे प्रतिबंध को भी हटा दिया है। आदेश में कहा गया है कि पुरी जिले के साथ-साथ पुरी नगर पालिका क्षेत्र में कोविड-19 सकारात्मक मामलों की घटती संख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
पुरी जिला प्रशासन की तरफ से मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए दिशा-निर्देशों जारी करते हुए कहा गया है कि स्वर्गद्वार, पुरी में कोविड-19 के अलावा अन्य मृतक की स्थिति में अधिकतम दस व्यक्तियों को मृतक के साथ जाने की अनुमति होगी। मृतक के परिजनों को स्वर्गद्वार सेवा समिति के स्वागत काउंटर पर आवश्यक दस्तावेज जमा कराने होंगे। साथ ही, उन्हें कोविड के उचित व्यवहार जैसे फेस मास्क, हैंड सैनिटाइजर का उपयोग और दो मीटर की व्यक्तिगत दूरी बनाए रखने का सख्ती से पालन करना होगा। आदेश का सख्ती से अनुपालन करने एवं गाइड लाइन का उल्लंघन करने वालों पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन ने 7 जनवरी, 2022 को जिले के बाहर से मृतक के पुरी स्वर्ग द्वार में अंतिम संस्कार पर प्रतिबंध लगाया था ताकि कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सके।
गौरतलब है कि इससे पहले कोविड की दूसरी लहर के समय 25 अप्रैल को, जिला प्रशासन ने जिले में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए पुरी जिले के अलावा स्वर्गद्वार में मृतकों के अंतिम संस्कार के साथ-साथ महोदधी में अस्थि विसर्जन पर भी प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद 16 अगस्त से फिर से इसे खोलने की अनुमति दी गई थी। तीन माह से अधिक समय तक ये प्रतिबंध लगा रहा था। पुरी जिला कलेक्टर समर्थ वर्मा ने एक आदेश जारी करते हुए कहा था कि अन्य जिलों/राज्यों के साथ-साथ पुरी जिले के मृतक (गैर-कोविड मृत्यु) का अंतिम संस्कार कोविड-19 सुरक्षा का कड़ाई से पालन करते हुए स्वर्गद्वार, पुरी में किया जा सकता है।