Cyclone Yaas: ओडिशा में चक्रवात 'यास' से भारी नुकसान, धामरा में बाढ़ जैसे हालात
Cyclone Yaas चक्रवात यास की वजह से ओडिशा में भद्रक जिले के धामरा में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। भद्रक जिले में भारी बारिश ने जमुझाड़ी रोड को क्षतिग्रस्त कर दिया। सड़क मरम्मत का काम चल रहा है। यास के लैंडफॉल के बाद नावों और दुकानों को नुकसान पहुंचा।
भुवनेश्वर, एएनआइ। Cyclone Yaas: ओडिशा के धामरा में चक्रवात 'यास' की वजह से हुई भारी बारिश और तेज हवाओं से कई पेड़ गिर जाने से रास्ते बंद हो गए हैं। तूफान से प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है। एनडीआरएफ और दमकल विभाग की टीम राहत कार्यों में लगी है। पेड़ों को रास्ते से हटाया जा रहा है। चक्रवात यास की वजह से भद्रक जिले के धामरा में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। भद्रक जिले में भारी बारिश ने जमुझाड़ी रोड को क्षतिग्रस्त कर दिया। सड़क मरम्मत का काम चल रहा है। यास के लैंडफॉल के बाद नावों और दुकानों को नुकसान पहुंचा। पश्चिम बंगाल-ओडिशा सीमा के पास उदयपुर में चेक पोस्ट बैरिकेड्स हवा में उड़ाए गए। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य में चक्रवात के बाद की स्थिति की समीक्षा की। चक्रवात प्रभावित जिलों के 128 गांवों के सभी परिवारों के लिए सात दिन की राहत की घोषणा की। अगले 24 घंटे में प्रभावित जिलों में सड़कों और बिजली आपूर्ति की बहाली होगी। यह जानकारी सीएमओ ने दी। इधर, भुवनेश्वर में बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शाम सात बजे से उड़ानों के लिए चालू हो गया। इससे पहले यह चक्रवात यास के कारण 27 मई को सुबह पांच बजे तक बंद था। यह जानकारी भुवनेश्वर हवाई अड्डा के निदेशक ने दी।
इधर, यास ओडिशा तट को पार कर गया। पूर्वानुमान के तहत बालेश्वर भद्रक जिले के मध्य इस तूफान ने समुद्र तट को पार किया है। सुबह 9:00 बजे से लेकर दोपहर 1:00 बजे तक चले इस तूफान के लैंड फाल के दौरान तेज़ हवा और बारिश ने रेमुणा से बाहानगा तक जन जीवन अस्त व्यस्त कर डाला।
लैंड फाल के समय इलाके में 130 से 140 किलोमीटर घंटे की रफ्तार से चलती तेज हवा काफी नुकसान पहुंचाया है। यश तूफान के कारण भद्रक और बालेश्वर जिले के तटीय इलाकों में तेज बारिश हो रही है। भारी बारिश के कारण बड़ा इलाका पानी के घेरे में आ गया है। पिछले 24 घंटे के दौरान तूफानी यास के कारण उड़ीसा में भीषण से भीषण बरसात हुई है सबसे अधिक बारिश चांदवाली में रिकॉर्ड करेगी जहां 288 मिलीमीटर बरसात हुई है इसके अलावा भद्रक, बालेश्वर ,कुजंग सहित कई इलाके में 200 मिलीमीटर से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई । तूफान गुजर जाने के बाद भी कई स्थान पर भीषण बरसात का दौर जारी है। तूफान जाने के बाद अब प्रभावित इलाकों से अबरोध हटाने पर जोर दिया गया है। रास्ते पर गीरे पेड़ों को काटा जा रहा है। एनडीआरएफ ओडीआरएएफ की टीमें इस कार्य में जूटी है।
मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान यह तूफान मयूरभंज जिले की तरफ बढ़ रहा है इसके कारण मयूरभंज जिले के विभिन्न इलाके में तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग का अनुमान है कि यह तूफान आज बंद होते हुए झारखंड की तरफ चला जाएगा लैंडफॉल के बाद इस तूफान के आहिस्ता आहिस्ता कमजोर होने के संकेत मिल रहे हैं मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि आगामी तीन घंटे में तूफान काफी कमजोर पड़ जाएगा।