चक्रवात फणि से मरने वालों की संख्या 64 तक पहुंची
विगत तीन मई को आए चक्रवात फणि से राज्य में मरने वालों की संख्या 64 तक पहुंच गई है।
जासं, भुवनेश्वर : विगत तीन मई को आए चक्रवात फणि से राज्य में मरने वालों की संख्या 64 तक पहुंच गई है। इससे पहले यह संख्या 43 बतायी गई थी। विशेष राहत आयुक्त विष्णु पद सेठी की तरफ से एक विज्ञप्ति के जरिए बताया गया है कि सबसे अधिक पुरी जिले में 39 लोगों की मौत हुई है। खुर्दा जिला में 9, कटक जिला में 6 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा मयूरभंज जिला में 4 लोगों की मौत हुई है जबकि जाजपुर तथा केंद्रपाड़ा जिला में एक-एक व्यक्ति की चक्रवात फणि के कारण मृत्यु हुई है।
राहतकर्मियों को राहत पहुंचा रहा आमरी अस्पताल
चक्रवात फणि से राज्य के पुरी, भुवनेश्वर एवं कटक में भारी नुकसान हुआ है। इन तमाम शहरों में बिजली, पेयजल तथा सड़क अवरोध हटाने में जुटे कर्मचारियों को आमरी अस्पताल की ओर से ग्लूकोज एवं पेयजल तथा तात्कालिक चिकित्सा मुहैया करायी जा रही है। अस्पताल की ओर से यह सेवा आगामी 15 मई तक जारी रखने की जानकारी दी गई है। उल्लेखनीय है चक्रवात फणि के कारण आमरी अस्पताल को भी भारी नुकसान पहुंचा है। बावजूद इसके अस्पताल के कर्मचारी अपने कार्य को करने के साथ लोगों के दुख में भी सहभागी बन रहे हैं। पूरी तरह से उजड़ चुकी राजधानी को संवारने में जुटे कर्मचारियों की सेवा भी अस्पताल के कर्मचारी कर रहे हैं।
कल से चालू हो जाएंगे क्षतिग्रस्त आहार केंद्र
चक्रवात फणि के कारण शहर में नष्ट हुए जलछत्र व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए भुवनेश्वर म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (बीएमसी) ने लोगों से सहायता की अपील की है। बीएमसी की ओर से सामाजिक संस्थाओं समेत विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों से आग्रह किया गया है कि राहगीरों के गर्मी से बचाव के लिए 200 जलछत्र खोलने जा रही है। अगर कोई इसके लिए आग्रह दिखाती हैं तो बीएमसी सहायता का हाथ बढ़ाएगी। उल्लेखनीय है कि स्काउट एंड गाइड, ऑटो महासंघ, सत्यसाई संगठन, महिला स्वयंसेवी समूह आदि संगठनों ने जलछत्र खोलने की इच्छा जतायी है। साथ ही शहर में लोगो के लिए बीएमसी 11 आहार केंद्र खोलने जा रही है। बीएमसी की बैठक में निर्णय लिया गया है कि फणि के कारण क्षतिग्रस्त हुए 11 आहार केंद्र बुधवार से फिर से चालू कर दिए जाएंगे।