coronavirus:उड़ीसा के 8 शहरों में लॉकडाउन, सरकार ने अनिश्चितकाल के लिए बंद कीं बसें
Coronavirus update राज्य में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 5 जिला एवं 8 शहरों में लक डाउन घोषणा करने के बाद राज्य सरकार ने पत्रकार सम्मेलन के जरिए उनका मनोबल बढ़ाया
भुवनेश्वर, जेएनएन। राज्य में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 5 जिला एवं 8 शहरों में लक डाउन घोषणा करने के बाद राज्य सरकार ने रविवार शाम को एक पत्रकार सम्मेलन के जरिए राज्य वासियों को विचलित न होने के लिए आह्वान किया है। इसके साथ ही सरकार की तरफ से कहा गया है कि अनजानी एवं अचानक फैली इस बीमारी से रक्षा के लिए लक डाउन बहुत जरूरी है। महाप्रभु श्री जगन्नाथ के प्रति जब दुश्मनों का खतरा हुआ था तब सेवकों ने महाप्रभु को सालों साल तक लक डाउन में रखे थे।
लक डाउन को लेकर राज्य वासियों का हौसला बढ़ाते हुए हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता सुब्रत बागची ने कहा कि 8 दिन का लक डाउन करना सामान्य लोगों को विचलित करना स्वभाविक है, मगर कोरोना जैसे वायरस को रोकने के लिए यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि उड़ीसा वासियों के लिए लक डाउन की घटना कोई नई बात नहीं है। इतिहास एवं मादला पांजी के मुताबिक एक दो बार नहीं बल्कि 22 बार महाप्रभु को उनके सेवकों ने सालों साल तक लक डाउन अवस्था रखा था। उन्होंने बताया कि दुश्मन जब देश पर आक्रमण किए थे तब उनके सेवक उन्हें लक डाउन में रखे थे। श्रीक्षेत्र में दो बार, गुरुबाइगड़ में दो बार, नइरी हरिश्वर मंडप में दो बार, पाताली अवस्था में दो बार तथा ब्रह्म को भी दो बार स्थानांतर किया गया था। पाताली अवस्था में महाप्रभु को जो बार लक डाउन किया गया था, वह कुछ समय के लिए नहीं बल्कि 144 साल के हुआ था।
सोनपुर के बाघापाल्ली सुधलिप्त मंडप में 45 साल जबकि छलिया पाहाड़ में 99 साल महाप्रभु लक डाउन अवस्था में रहे थे। भगवन स्वयं खुद यहां से हटकर एकांत में रहकर अपनी लीला के माध्यम से हमें इस आपदा के लिए आश्वस्थ करा चुके हैं। इसमें अंतर केवल इतना ही है कि उस समय बाहरी दुश्मन की आपदा से बचाने के लिए महाप्रभु को उनके सेवक स्थानान्तर कर उन्हें लक डाउन में रखे थे। हम सबके शरीर में महाप्रभु का वास है। हम महाप्रभु एवं सेवक की तरह कोरोना जैसे बाहरी आपदा से निपटने के लिए 8 दिन के लक डाउन में रह रहें हैं। इस लक डाउन समय में हमें खुद को मानसिक एवं शारीरिक स्तर पर एक दुसरे को साहस एवं सांतवना देना होगा। इस अवसर पर बागची ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर राज्य में जनता कर्फ्यू को लोगों का अपार समर्थन मिला है। इसके लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस आह्वान को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले डाक्टर, पुलिस, मीडिया सभी के प्रति आभार प्रकट किया है।
अंत: राज्य बस यातायात बंद, चलेगी मालगाड़ी
कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए उड़ीसा प्रदेश से ना ही कोई बस बाहर राज्य को जाएगी और ना ही बाहर राज्य की कोई बस उड़ीसा में आएगी। यह व्यवस्था अनिश्चित काल के लिए की गई है। जब तक सरकार की तरफ से कोई निर्देश नहीं आ जाता है तब तक यह व्यवस्था जारी रहेगी। यात्री ट्रेन को रद्द कर दिया गया है, मगर मालवाही ट्रेन सेवा जारी रहेगी। बागची ने कहा कि उड़ीसा में कुल 76 लोगों का कोरोना परीक्षण किया गया है, जिसमें से मात्र दो लोगों को पाजिटिव पाया गया है, जिनकी अवस्था भी स्थिर है। इन दोनों की चपेट में 56 लोग आए हैं। अस्पताल में आईसोलेशन में 28 लोगों को रखा गया है। विदेश से लौटने वाले 3474 लोगों ने खुद को पंजीकृत किया है।