थर्मल स्क्रीनिंग से कोरोना संक्रमण का पता नहीं चलता, बुखार होने पर आरटी-पीसीआर जांच की सलाह
कोरोना महामारी को लेकर अधिकांश जगहों पर आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रिनिंग की जा रही है। इस दौरान शरीर का तापमान अधिक होने के कारण लोगों को वहां प्रवेश की अनुमति नहीं जा रही है। समाज में कोरोना संक्रमित होने की संभावना की दृष्टि से देखा जाता है।
जासं. भुवनेश्वर : थर्मल स्क्रीनिंग से कोरोना संक्रमण की पुष्टि नहीं होती है। कोई भी थर्मल स्कैनर सिर्फ शरीर का तापमान ही बता सकता है। यह कोरोना संक्रमित होने या नहीं होने का पुष्टि नहीं कर सकता है। यह बात राज्य सरकार के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग ने ट्वीट कर दी है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी को लेकर अधिकांश जगहों पर आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रिनिंग की जा रही है। इस दौरान शरीर का तापमान अधिक होने के कारण लोगों को वहां प्रवेश की अनुमति नहीं जा रही है। ऐसे में समाज में कोरोना संक्रमित होने की संभावना की दृष्टि से देखा जाता है और माना जाता है।
इस बीच राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या घटकर सौ से नीचे आ गयी है। कोरोना संक्रमण की घटती संख्या के बीच राज्य सरकार के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए एक सतर्कता जारी किया है। उसने ट्वीट कर कहा है कि कोई भी थर्मल स्कैनर कोविद-19 संक्रमण का पता नहीं लगा सकता है।
थर्मल स्कैनर का उपयोग शरीर के तापमान का पता लगाने के लिए किया जाता है। यदि आप बुखार से पीड़ित हैं, तो आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए जाएं। स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग ने कहा कि आप अफवाहों पर विश्वास न करें। आरटी-पीसीआर परीक्षण कराएं और कोरोनो वायरस से सुरक्षित रहने के लिए सतर्क रहें।