नौकरी के नाम पर ठगी: IFS बाप-बेटे पुलिस रिमांड पर, आय से अधिक संपत्ति मामले में हुए थे गिरफ्तार
नौकरी के नाम पर लाखों रुपये की ठगी के मामले में आइएफएस अभय पाठक एवं उनके बेटे आकाश पाठक को पुलिस ने पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। आकाश पाठक टाटा कंपनी की फर्जी आईडी कार्ड विजिटिंग कार्ड इमेल आईडी बनाकर लोगों को ठग रहा था।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। आइएफएस अभय पाठक एवं उनके बेटे आकाश पाठक को पुलिस ने एक दिन के रिमांड पर लिया है। नियुक्ति को लेकर ठगी मामले में दोनों बाप-बेटे को रिमांड पर लेने की अनुमति भुवनेश्वर एसडीजेएम कोर्ट ने दी है। गोपालपुर बंदरगाह में नियुक्ति को लेकर ठगी का मामले में गोलंथरा थाना पुलिस ने बाप-बेटे को रिमांड पर लिया है।
गौरतलब है कि आकाश पाठक टाटा कंपनी की फर्जी आईडी कार्ड, विजिटिंग कार्ड, इमेल आईडी बनाकर लोगों को ठग रहा था। होने वाले ससुर गोपालपुर के विधायक प्रदीप पाणीग्राही की मदद से यह ठग लोगों से लाखों रुपये नौकरी के नाम वसूल रहा था। यहां तक कि फर्जी नियुक्ति पाने वाले युवक युवतियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग भी दी थी। अपने होने वाले दामाद के इस ठगी मामले में पर्दा डालने का काम ससुर विधायक प्रदीप पाणीग्राही कर रहे थे।
आइएफएस अभय पाठक के बेटा आकाश पाठक के बैंक खाते से करीबन 9.4 करोड़ रुपया जमा होने की बात पता चली थी। यहां तक कि बेटे आकाश पाठक के नाम से कीमती मर्सीडीज गाड़ी, बीएमडब्ल्यू तथा टाटा हारियर एवं अन्य 3 यामहा एफजेडएस मोटरसाइकिल है। वह किराये पर भी कई कीमती गाड़ी लाने की बात पता चली थी। अभय एवं उसके संपर्क में रहने वालों लोगों के घर की जांच के समय नकद 60 लाख रुपया जब्त करने के साथ कई कीमती उपकरण एवं इलेक्ट्रानिक्स सामग्री मिली थी। 800 ग्राम सोने के आभूषण मिले थे जबकि 23 लाख रुपये का सोना खरीदने का दस्तावेज मिला था। पुणे, भुवनेश्वर, पटना, जुहू, मुम्बई, जमशेदपुर, दिल्ली आदि शहर से मलेसिया, यूकेयूएई तथा मालदीप आदि देश में चार्टर्ड फ्लाइट से जाने के लिए 3 करोड़ रुपये से अधिक किराये के तौर पर खर्च होने की बात पता चली थी।
यहां उल्लेखनीय है कि इससे पहले 27 जनवरी को पाठक बाप-बेटे को विजिलेंस कोर्ट ने जमानत दिया था। आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में दोनों गिरफ्तार हुए थे। विजिलेंस केस में दोनों को भले ही जमानत मिल गई थी मगर क्राइम ब्रांच में मामला अभी भी जारी है।