पारादीप बंदरगाह रिश्वत कारोबार मामला : उद्योगपति महिमा मिश्र के बेटे चर्चित मिश्र को CBI ने किया गिरफ्तार
ओडिशा के पारादीप बंदरगाह में हुए रिश्वत कारोबार मामले में चर्चित मिश्रा को मिलाकर पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मामले में उद्योगपति महिमा मिश्र एवं उनके बड़े बेटे चंदन मिश्र से भी सीबीआइ पूछताछ कर रही है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। सीबीआइ ने पारादीप बंदरगाह (Paradip port) में हुए रिश्वत के काले कारोबार के मामले में उद्योगपति महिमा मिश्र (Mahima Mishra) के छोटे बेटे चर्चित मिश्र (Charchit Mishra) को गिरफ्तार कर लिया है। यह जानकारी मिश्र के वकील ने दी है। मिश्र के वकील ने कहा है कि चर्चित आज भोर के समय सीबीआइ कार्यालय में पेश हुए थे। पूछताछ के बाद सीबीआइ ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
उद्योगपति महिमा मिश्र के वकील जयदीप पाल से मिली जानकारी के मुताबिक पारादीप बंदरगाह में हुए रिश्वर कारोबार मामले में चर्चित मिश्र को सीबीआइ (CBI) ने गिरफ्तार किया है। शनिवार भोर के समय सीबीआइ कार्यालय में चर्चित को हाजिर किया गया।
सीबीआइ कार्यालय में हाजिर किए जाने के बाद सीबीआइ ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार करने के बाद उन्हें कैपिटल अस्पताल (Capital Hospital) ले जाया गया, जहां पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। चर्चित का बोन मैरो ट्रांसप्लांट होने से उनके लिए घर का खाना एवं मेडिसन मुहैया कराने के लिए हम कोर्ट में आवेदन करेंगे।
एक दिन पहले चार लोगों को किया था गिरफ्तार
यहां उल्लेखनीय है कि पारादीप बंदरगाह पर हुए रिश्वत मामले में एक दिन पहले चार लोगों को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया था। इनमें से पारादीप पोर्ट के मुख्य मेकेनिकल इंजीनियर सरोज दास, ठेकेदार सुमन्त राउत, ओएसएल आपरेशन डीजी सूर्य नाराण को सीबीआइ ने चार दिन के लिए रिमांड पर लिया है।
गिरफ्तार होने वाले चौथे व्यक्ति केसीटी ग्रुप पोर्ट आपरेशन मैनेजर शंगशुभ मित्र हैं। चर्चित मिश्र की गिरफ्तारी के बाद पारादीप बंदरगाह में हुए रिश्वत कारोबार मामले में गिरफ्तारी संख्या पांच हो गई है।
मिश्र के वकील ने यह भी कहा है कि चार अगस्त को जब पारादीप आफिस में सीबीआइ ने छापामारी की थी तब चर्चित मिश्र भी वहां मौजूद थे। सीबीआइ के अधिकारियों ने उनके साथ बातचीत भी की थी। इसके बाद चर्चित तीन बजे अपने व्यापार के काम से बाहर चले गए। हालांकि सीबीआइ उन्हें पूछताछ करने के लिए बुलाएगी, इसकी कोई सूचना नहीं दी थी।
शुक्रवार शाम को एफआइआर की कापी देखने के बाद अभियुक्त की सूची में चर्चित का नाम होने की बात हमें पता चली। ऐसे में सीबीआइ के निर्देश पर आज भोर के समय चर्चित सीबीआइ कार्यालय में हाजिर हुए थे। उनकी जमानत के लिए हम कोर्ट में अपील करेंगे।
चंदन मिश्र से 20 घंंटे हुई पूछताछ
वहीं दूसरी तरफ एक दिन पहले उद्योगपति महिमा मिश्र एवं उनके बड़े बेटे चंदन मिश्र (Chandan Mishra) से सीबीआइ की टीम ने करीबन 20 घंटे तक पूछताछ किया है। दोनों पिता-पुत्र सीबीआइ के सवालों का जवाब देने के बाद आज भोर के समय सीबीआइ दफ्तर से बाहर निकले हैं।
सीबीआइ आफिस से निकलने के बाद महिमा मिश्र ने कहा है कि आज फिर सीबीआइ ने हमें बुलाया है। 25 लाख रुपये घुस मामले में सीबीआइ पूछताछ कर रही है। मैं ओएसएल के साथ नहीं जुड़ा हूं। मुझे क्यों बुला रही है, समझ में नहीं आ रहा है।
गौरतलब है कि पारादीप पोर्ट के मुख्य यांत्रिक अभियंता सरोज दास का कोल माइनिंग कंपनी (केसीटी) से विवाद हो गया था। इसका समाधान करने के लिए केसीटी के कोल हैंडलिंग एजेंट ने ओएसएल के डेवलपर सरोज दास को 25 लाख रुपए देने की चर्चा हो रही है।
बताया जाता है कि यह रिश्वत का पैसा ओएसएल डेवलपर सुमंत राउत के जरिए दिया गया था। इस घटना के संदर्भ में सीबीआइ, ओएसएल, केसीटी या फिर सरोज दास किसी की भी प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी है। सीबीआइ अभी तक इस मामले में कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।