विधायकों के प्रति अपमानजनक टिप्पणी का मामला: अभिजित अय्यर ने दाखिल किया हलफनामा
ओड़िशा विधानसभा के सदस्यों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी देने वाले अभिजित अय्यर मित्र के खिलाफ मामला दायर किया गया है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। ओड़िशा विधानसभा के सदस्यों के प्रति अपमान जनक टिप्पणी करने एवं विधायकों के स्वाधिकार को भंग करने वाली अभिजित अय्यर मित्र तीसरी बार शनिवार को विधानसभा गृह कमेटी के सामने हाजिर हुए और आज अपना सत्यपाठ दाखिल किया। ओड़िशा विधानसभा में विरोधी दल के नेता तथा वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरसिंह मिश्र की अध्यक्षता में गठित विधानसभा गृह कमेटी के सामने हाजिर होकर श्री मित्र ने यह सत्यपाठ दाखिल किया है। शुक्रवार को भी श्री मित्र कमेटी के सामने हाजिर हुए थे, कमेटी ने उन्हें सत्यपाठ दाखिल करने को निर्देश दिया था, जिसे आज वह हाजिर होकर दाखिल किया है। खबर लिखे जाने तक कमेटी की बैठक जारी थी।
गौरतलब है कि कोणार्क सूर्य मंदिर, ओड़िशा एवं ओड़िशा विधानसभा के सदस्यों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी देने वाले अभिजित अय्यर मित्र के खिलाफ कोणार्क थाना में मामला दायर किया गया है। इस मामले को लेकर ओडिशा विधानसभा चर्चा की गई थी और चर्चा करने के बाद अभिजित के खिलाफ स्वाधिकार भंग नोटिस जारी की गई थी। इसके लिए विरोधी दल नेता नरसिंह मिश्र के नेतृत्व में एक कमेटी बनायी गई। कमेटी ने 11 अक्टूबर को अभिजित को गृह कमेटी के सामने होने को निर्देश दिया था। हालांकि उस दिन अभिजित गृह कमेटी के सामने हाजिर नहीं हो पाए थे, ऐसे में उन्हें 23 अक्टूबर को हाजिर होने के लिए कहने के साथ पुलिस डीजी को इस संबन्ध में कदम उठाने को कहा गया था।
पिछले 23 अक्टूबर को अभिजित अय्यर मित्र विधानसभा कमेटी के सामने हाजिर होकर क्षमा प्रार्थना किए थे। इसके बाद गृह कमेटी ने उन्हें 2 नवम्बर को सत्यपाठ के साथ हाजिर होने को कहा था। इसी क्रम अभिजित अय्यर मित्र गृह कमेटी के सामने हाजिर 2 नवम्बर को हाजिर हुए थे मगर सत्यपाठ दाखिल नहीं कर पाए थे। ऐसे में आज वह कमेटी के सामने पुन: हाजिर होकर अपना सत्यपाठ दाखिल किया है।
अय्यर के हलफनामे की होगी जांच: कमेटी अध्यक्ष नरसिंह मिश्र
विधानसभा गृह कमेटी के सामने अभिजित अय्यर के हलफनामा दाखिल करने के बाद कमेटी के अध्यक्ष तथा विधानसभा में विरोधी दल के नेता नरसिंह मिश्र ने कहा है कि अय्यर ने रिपोर्ट दाखिल कर दी है। इस रिपोर्ट की जांच की जाएगी। जांच के बाद यदि स्पष्टीकरण की जरूरत होगी तो उन्हें पुन: बुलाया जाएगा। जांच के बाद आगामी विधानसभा अधिवेशन में इस संदर्भ में रिपोर्ट पेश की जाएगी। जरूरत पड़ी तो कमेटी की पुन: बैठक होगी।