ओडिशा में देह व्यापार का पर्दाफाश, छह बांग्लादेशी युवतियों समेत आठ गिरफ्तार
ओडिशा में क्राइमब्रांच स्पेशल टास्क फोर्स ने देह व्यापार रैकेट का पर्दाफाश किया है इस रैकेट के मुखिया बांग्लादेशी दंपत्ति समेत छह युवतियों को हिरासत में ले लिया गया है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। ओडिशा में बांग्लादेशी देह व्यापार रैकेट का पर्दाफाश क्राइमब्रांच स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने किया है। जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों पहले पकड़े गए एक बांग्लादेशी सुंदरी से सुराग मिलने के बाद पुलिस को यह सफलता हाथ लगी है।
मंगलवार को पुलिस ने इस रैकेट के किंगपिन अर्थात मुखिया बांग्लादेशी दंपत्ति अंजली दीदी एवं उसके पति शेख इब्राहिम खान को दबोच लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह में शामिल छह सुंदरी को पकडऩे के बाद पूरा मामला सामने आया है। इसके साथ ही एसटीएफ को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी हाथ लगने की बात पता चली है।
खबर के मुताबिक रैकेट का किंगपिन अंजलि एवं इब्राहिम के बारे में सूचना मिलने के बाद उसे पकडऩे के लिए एसटीएफ ने योजना बनायी। एक विशेष टीम मंगलवार को भुवनेश्वर शहर के बाहर पिपिली शहर के नजदीक इनके अड्डे पर छापामारी कर इन्हें गिरफ्तार किया। इसके बाद इन्हें एसटीएफ कार्यालय लाया गया। यहां पर पूछताछ के बाद पता चला कि ये लोग बांग्लादेश की अनेकों युवतियों को लाकर यहां पर देह व्यापार रैकेट चला रहे थे। पुराने भुवनेश्वर के रथरोड में एक घर किराए पर लेकर इन्हें रखा गया था। इसकी सूचना मिलने के बाद एसटीएप की टीम मंगलवार शाम के समय यहां धावा बोला और छह सुंदरियों को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही टीम को कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी घर से मिले हैं। इससे उक्त घर को सील कर दिया गया है।
इस संदर्भ में घर की मालिक विष्णु प्रिया पंडा ने कहा है कि ये लोग तीन महीने से इस घर में किराए पर रह रहे थे। एक नर्सिंग होम में काम करने की बात कही थी तो एक सिलाई का कार्य करने की बात कही थी। वे बांग्लादेशी हैं या फिर ओडिशा के बाहर के उन्हें यह पता नहीं था। इन लोगों ने कोई प्रमाण पत्र नहीं दिया थे। अन्य युवतियों के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
यहां उल्लेखनीय है कि इन सुंदरियों ने अपने घर के बाहर कोचिंग सेंटर का बोर्ड लगाया हुआ था। ग्राहकों को फंसाने का कामअंजली दीदी को दिय गया था। अश्लील वेब साइटस में दिए गए फोन नंबर एवं फोटो देखकर ग्राहक उनसे संपर्क करते थे। इसके बाद बांग्लादेशी सुंदरी पुराने भुवनेश्वर रथरोड स्थित उक्त किराए के घर में जहां रहती थी, अंजलि दीदी वहां ग्राहकों को भेज देती थी। ग्राहक वहां पहुंचने के बाद अपने च्वाइस के हिसाब से देह सुंदरियों का चयन करते थे और कार के जरिए उन्हें अन्यत्र होटल या लाज में ले जाते थे। घर के बाहर प्लस-2 एवं प्लस-2 कोचिंग सेंटर का बोर्ड लगा था इससे लोगों को इन पर किसी प्रकार का संदेह नहीं हो रहा था।
सूचना के मुताबिक नए साल पर बांग्लादेश से 25 युवतियों को नौकरी देने के नाम कोलकाता एवं बालेश्वर होते हुए यहां पर लाया गया था। यहां पर उन्हें देह व्यापार रैकेट में नियोजित कर दिया गया था। इनमें से एक युवती के कटक में गिरफ्तार होने के बाद दीदी ने उन्हें किराए के घर में स्थानान्तरित कर दिया था। इस रैकेट के बादशाह कहे जाने वाले सुनील मेहेर की मुख्य सहयोगी अंजली दीदी थी। अंजली को बांग्लादेश से सुनील ही ओडिशा लाया था, जो कि एसटीएफ की जांच से पता चला है। इसके बाद अंजली ही बांग्लादेश से युवतियों को यहां कोलकाता के रास्ते भुवनेश्वर लाती थी। पिछले दिनों सुनील के गिरफ्तार हो जाने के बाद अंजलि के पति ने इस कारोबार को संभाल लिया था।
यहां उल्लेखनीय है कि पिछले साल 16 दिसम्बर को कटक रोड में मौजूद एक लाज में एक बांग्लादेशी युवती को होटल कर्मचारी द्वारा बलात्कार करने को लेकर शिकायत लक्ष्मीसागर थाना में हुई थी। पुलिस ने बांग्लादेशी युवती के आरोप केआधार पर होटल के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था। किन्तु युवती जाली प्रमाणपत्र यहां आने की बात पुलिस जांच से पता चली तो फिर पुलिस ने बाद में युवती को भी गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस युवती से जब पूछताछ की तो बांग्लादेशी देह व्यपार रैकेट के बारे में पुलिस को पता चला।
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