ओडिशा विधानसभा में भाजपा विधायक की आत्महत्या का मामला: लगातार चौथे दिन भी गतिरोध जारी
विधानसभा से मार्च कर राजभवन पहुंचे शासक बीजद के विधायक राज्यपाल को जानकारी देने के साथ ही राष्ट्रपति को अवगत कराने की मांग एक जनप्रतिनिधि के आत्महत्या प्रयास से पूरे समाज व देश में गलत संदेश गया है। विधानसभा गणतंत्र का मंदिर है यहां चर्चा होती है आत्महत्या नहीं।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। भाजपा विधायक सुभाष पाणीग्राही के विधानसभा में आत्महत्या प्रसंग को लेकर एक तरफ जहां पिछले चार दिन से विधानसभा की कार्यवाही नहीं चल पा रही है तो वहीं बुधवार को भी सदन की कार्यवाही नहीं चल पायी है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक सुभाष पाणीग्राही से क्षमा मांगने की मांग करते हुए हो हल्ला किया। भाजपा विधायक द्वारा सदन में क्षमा ना मांगे जाने से बीजू जनता दल के विधायकों ने राजभवन मार्च किया और राज्यपाल से इसकी शिकायत करते हुए इसकी जानकारी राष्ट्रपति को भी देने के लिए बीजद विधायकों ने मांग की है।
जानकारी के मुताबिक बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बीजद विधायकों ने भाजपा विधायक सुभाष पाणीग्राही से सदन से क्षमा मांगने की मांग की। भाजपा विधायक के क्षमा ना मांगे जाने से बीजद विधायक सदन में हो हल्ला मचाने लगे। इससे विधानसभा अध्यक्ष सूर्यनारायण पात्र ने सदन की कार्यवाही को मुलतवी घोषित कर दिया। सदन की कार्यवाही मुलतवी घोषित होने के बाद बीजद के विधायक राजभवन मार्च किया। इस पैदल मार्च में बीजद के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
वहीं जाजपुर विधायक प्रणव प्रकाश दास ने कहा है कि भाजपा के विधायक क्षमा मांगे। कोविड के समय इस तरह का कदम पूरे प्रदेश के लिए खराब संदेश दिया है। सैनिटाइजर जो कि कोरोना काल में कोरोना से बचाव में लोगों की मदद कर रहा है, उसे गलत प्रमाणित करने के प्रयास नहीं होना चाहिए। विधायक एक पार्टी के रोल माडल हैं। विधायक ही यदि इस तरह के कदम उठाएंगे तो फिर आम लोगों पर इसका किस प्रकार प्रभाव पड़ेगा। भाजपा विधायक ने जो किया है वह निंदनीय घटना है। विधानसभा गणतंत्र का मंदिर है। यहां पर इस तरह की निंदनीय कार्य करना ठीक नहीं है। यह कार्य राजनीतिक या फिर व्यक्तिगत है सभी के सामने मत रखने के लिए बीजद विधायक ने मांग की है।
बीजद के विधायकों ने राजभवन पहुंचने के बाद राज्यपाल को विधानसभा में भाजपा विधायक द्वारा किए गए घृणित कार्य के संदर्भ में जानकारी दी गई। बीजद विधायको ने कहा है कि इससे ओड़िशा विधानसभा की छवि पूरे देश में खराब हुई है। विधानसभा चर्चा के लिए बनी है, आत्महत्या के लिए नहीं। स्नेहांगिनी छुरिया ने कहा है कि यह एक काला दिवस है। बीजद नेता प्रताप देव ने कहा है कि यह लज्जाजनक घटना है। भाजपा विधायक को सबसे पहले केन्द्र में किसानों के लिए बने कानून के बारे में बताना चाहिए। बताना चाहिए कि किस प्रकार से किसान केन्द्र सरकार के बनाए गए कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विधायक देवी मिश्र ने कहा है कि एक विधायक द्वारा इस तरह कदम कहीं से भी ठीक नहीं है।