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भाजपा ने बीजद नेताओं पर लगाया सरकारी खर्च पर हेलीकॉप्टर से घूमने का आरोप, बताया निंदनीय

भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि बीजद के संगठन सचिव तथा जाजपुर के विधायक प्रणव प्रकाश दास एवं राज्य योजना वर्ड बोर्ड के उपाध्यक्ष संजय दास वर्मा हेलीकॉप्टर पर घूमकर पार्टी के संगठन का काम कर रहे हैं जो पूरी तरह से निंदनीय है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Wed, 10 Feb 2021 07:58 AM (IST)Updated: Wed, 10 Feb 2021 07:58 AM (IST)
भाजपा ने बीजद नेताओं पर लगाया सरकारी खर्च पर हेलीकॉप्टर से घूमने का आरोप, बताया निंदनीय
सरकारी खर्च में हेलीकॉप्टर में घूमने का आरोप

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। पार्टी का संगठनिक कार्य करने के लिए बीजू जनता दल के संगठन सचिव तथा जाजपुर के विधायक प्रणव प्रकाश दास एवं राज्य योजना वर्ड बोर्ड के उपाध्यक्ष संजय दास वर्मा पर सरकारी खर्च  में हेलीकॉप्टर में घूमने का आरोप भारतीय जनता पार्टी ने लगाया है। इसके साथ ही मंडी से तुरंत धान उठाने तथा किसानों के खिलाफ दायर मुकदमा को तुरंत वापस लेने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने मांग की है।

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 भाजपा के राज्य उपाध्यक्ष बलभद्र माझी ने आज यहां आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन के जरिए कहा है कि पिछले 2 फरवरी को संजय दासवर्मा एवं प्रणव प्रकाश दास सरकारी खर्च पर हेलीकॉप्टर के जरिए राइघर गए थे। इस दौरे को सरकारी रूप देने के लिए राइघर में एक प्रसूति गृह का भूमि पूजन किया गया था। यह गृह केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के पैसे पर बनने जा रहा है फिर भी स्थानीय विधायक, ब्लॉक अध्यक्ष या सरपंच को इस कार्यक्रम में निमंत्रण नहीं दिया गया।

माझी ने किया सवाल

 यहां तक कि स्थानीय विधायक नित्यानंद गंड उस दिन भुवनेश्वर में थे मगर उनको हेलीकॉप्टर में ले जाने के बदले जाजपुर के विधायक प्रणव प्रकाश दास को हेलीकॉप्टर में लाया गया। 23 लाख रुपया से बनने जा रहे इस गृह के लिए राजकोष से हेलीकॉप्टर के बाबत 10 लाख रुपया खर्च करना कितना उचित है, माझी ने सवाल किया है। इसी दिन राइघर में कुछ कांग्रेसी नेता बीजू जनता दल में शामिल होने वाले थे ऐसे में दलीय कार्यक्रम के लिए बीजू जनता दल के ये दोनों नेता हेलीकॉप्टर से जाने का आरोप माझी ने लगाया है। उन्होंने कहा है कि किसान रो रहे हैं और बीजू जनता दल के नेता लोगों के पैसे से हेलीकॉप्टर पर घूमकर पार्टी के संगठन का काम कर रहे हैं जो पूरी तरह से निंदनीय है।

 उसी तरह से धान खरीदने को लेकर राज्य में जगह-जगह समस्या देखी जा रही है। नवंबर से धान की फसल तैयार हो गई है मगर मार्च महीने तक धान बिकने के लिए टोकन दिया गया था। इसे लेकर किसानों में निराशा थी और बाध्य होकर कुछ छोटे किसान दलाल एवं मिल मालिकों को कम कीमत में धान बेच दिए, जो सरकार चाह रही थी। कुछ दलाल एवं मिल मालिक फर्जी कागज बनाकर खुद को बटैया किसान दिखाकर मंडी में धान लाए थे। आश्चर्य की बात यह है कि सरकार ने स्वच्छता के लिए टोकन की व्यवस्था की थी ऐसे में दलाल एवं मिल मालिकों का टोकन किस प्रकार से पहले आया। 

मंडी में अव्यवस्था का दौर जारी

 आज भी सही मायने में जो किसान है उनके धान मंडियों के बाहर पड़े। कुछ मंडियों को छोड़ दें तो कई मंडी में अव्यवस्था का दौर जारी है, किसानों को पीने के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं है। माझी ने कहा है कि मंडी में दिखाई दे रही अव्यवस्था तथा किसानों का धान ना खरीदे जाने से सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए। किसानों के खिलाफ दायर मुकदमा को वापस लिया जाना चाहिए। पार्टी के कार्यक्रम का पूरा खर्च बीजू जनता दल वहन करे। 24 घंटे में धान खरीदे जाने का आश्वासन योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष ने दिया था फिर भी क्यों धान नहीं खरीदा गया उसका जवाब मिलना चाहिए तथा धान कब खरीदा जाएगा उसका लिखित आश्वासन भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री से मांगा है।


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