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एनडीए से अलग होने का अकाली दल का निर्णय स्वागत योग्य: बीजद सांसद पिनाकी मिश्र

बीजद नेता तथा लोकसभा सांसद पिनाकी मिश्र ने अकाली दल का एनडीए से अलग होने के निर्णय का स्‍वागत किया है अकाली दल ने कृषि बिल को किसान विरोधी बताकर ये फैसला लिया है। पिनाकी मिश्र का कहना है शिरोमणि अकाली दल का यह कदम किसानों के हित में है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 11:41 AM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 11:41 AM (IST)
एनडीए से अलग होने का अकाली दल का निर्णय स्वागत योग्य: बीजद सांसद पिनाकी मिश्र
बीजद नेता पिनाकी मिश्र ने कहा शिरोमणि अकाली दल एनडीए से अलग होना स्‍वागत योग्‍य

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। कृषि बिल को किसान विरोधी बताकर एनडीए से अलग होने की घोषणा करने वाले अकालीदल के निर्णय का बीजू जनता दल ने स्वागत किया है। बीजद के वरिष्ठ नेता तथा लोकसभा सांसद पिनाकी मिश्र ने ट्वीट कर कहा है कि किसानों के हित को देखते हुए एनडीए की पुराने साथी शिरोमणि अकाली दल का यह कदम प्रशंसनीय है। किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए अकाली दल के इस निर्णय का बीजू जनता दल स्वागत करता है। 

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 मिश्र ने कहा है कि अतीत में ओडिशा विधानसभा में सभी राजनीतिक दल के सदस्यों ने धान का सर्वनिम्न सहायक मूल्य (एमएसपी) क्विंटल पीछे 2930 रुपये करने का संकल्प प्रस्ताव पास किया था। इस मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देने के लिए राज्य सरकार की तरफ से समय मांगा गया। हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मांग को लागू करना तो दूर की बात है, मिलने के लिए एवं इस पर चर्चा करना भी उचित नहीं समझा। आगामी दिनों में यह कृषि बिल राष्ट्रीय राजनीति को प्रभावित करने की बात राजनीतिक समीक्षकों ने कही है।

गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से हरसिमरत कौर के इस्तीफे के बाद शिरोमणि अकाली दल ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अपना नाता तोड़ लिया। अकाली दल की कोर कमेटी की शनिवार को हुई बैठक में पार्टी अध्यक्ष सुखबीर बादल ने इसका एलान किया था।

 पंजाब में अकाली दल और भाजपा का गठजोड़ है। कृषि संबंधी विधेयकों के लोकसभा में आने के बाद से ही अकाली दल लगातार किसानों और विरोधियों के निशाने पर है। इस पर अकाली दल ने हरसिमरत कौर का इस्तीफा दिलाकर खुद को केंद्रीय मंत्रिमंडल से अलग कर लिया। हालांकि अकाली दलने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को बाहर से समर्थन देना जारी रखा। 


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