बिना इंजन के पटरी पर दौड़ी अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस, दो रेलवे कर्मचारी निलंबित
बिना इंजन के अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस पटरी पर दौड़ने के मामले में दो रेलवे कर्मचारियों कांता खर्सेल व धर्मेंद्र निहाल को निलंबित कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। बिना इंजन के एक दो किमीटर नहीं बल्कि 15 किमीटर तक अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस ट्रेन के 22 डिब्बे चलते रहे। इसे लेकर यात्रियों में भय का माहौल बन गया था। ट्रेन के कोच को कैसे रोका जाए, वह किसी के समझ में नहीं आ रहा था। अंत में कुछ युवक ट्रैक पर पत्थर रखकर ट्रेन को रोकने में सफल हुए। यह घटना शनिवार की रात को बलांगीर जिला के टिटिलागड़ रेलवे स्टेशन में घटी है। हालांकि इस घटना में किसी भी यात्री के घायल होने की सूचना नहीं है।
जानकारी के अनुसार, शनिवार की रात करीबन 10 बजे थे। टिटिलागड़ रेल स्टेशन में अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस पहुंची। इंजन बदला गया। स्पीड ब्रेक का प्रयोग न किए जाने से जब तक कोई समझ पाता आगे से 22 कोच केसिंगा की तरफ अपने आप चल दिए। पहले तो यात्रियों को कुछ समझ में नहीं आया। धीरे-धीरे ट्रेन की गति अपने आप धीमी हो गई। इसके बाद ट्रेन में सवार यात्री डर गए। जान बचाने के लिए चीखने-चिल्लाने लगे। कुछ यात्रियों ने रेल विभाग की हेल्पलाइन में फोन लगाए, हालांकि उन्हें जवाब मिला कि यह उनके दायित्व में नहीं है।
अंत में कोई उपाय न देख कुछ यात्रियों से उतरकर पटरी पर पत्थर रखकर ट्रेन को रोकने का प्रयास किया और उसमें सफल भी रहे। हालांकि तब तक ट्रेन 15 किमीटर की दूरी बिना इंजन के तय कर केसिंगा तक पहुंच चुकी थी। भगवान की कृपा से किसी यात्री को तो कुछ नहीं हुआ। एक बड़ा हादसा होते होते बच गया। बाद में रेल विभाग ने दो इंजन लेकर बोगी को लाई और पुरी की तरफ ट्रेन की यात्रा प्रारंभ हुई।
दो कर्मचारी निलंबित
स्पीड ब्रेक का प्रयोग न होने से अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस का इंजन बोगियों से अलग हो गया। इसके लिए रेल कर्मचारी कांता खर्सेल व धर्मेंद्र निहाल को निलंबित कर दिया गया है। संबलपुर के डीआरएम ने कहा है कि ठीक तरह से इन दोनों कर्मचारियों ने अपने दायित्व का निर्वहन नहीं किया हैं, जिसके चलते इन्हें निलंबित किया गया है। भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसके लिए विशेष ध्यान देने के लिए रेलवे डीआरएम जयदेव गुप्ता ने निर्देश दिया है।