हाटस्पाट जिलों से आने वाले मरीजों का करना होगा इलाज
राज्य में कोरोना हाटस्पाट जिले से आने वाले मरीजों का इलाज ना करने पर निजी अस्पताल एवं क्लिनिकों के विरुद्ध अब कार्रवाई की जाएगी।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : राज्य में कोरोना हाटस्पाट जिले से आने वाले मरीजों का इलाज ना करने पर निजी अस्पताल एवं क्लिनिकों के विरुद्ध अब कार्रवाई की जाएगी। इस संदर्भ में मुख्य सचिव असीत त्रिपाठी ने राज्य के निजी अस्पताल एवं क्लिनिक को चेतावनी जारी की है।
शनिवार को मुख्य सचिव ने ट्वीट कर कहा है कि कोरोना जैसी महामारी के समय मरीजों का इलाज करने से मना करना नीतिगत गलती है और गैरकानूनी भी है। यदि कोई भी अस्पताल या क्लिनिक कोरोना हाटस्पाट जिलों से आने वाले मरीजों का इलाज नहीं करते हैं और इसका प्रमाण मिलता है तो फिर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि कई जगहों पर ऐसा देखा गया है कि हाटस्पाट जिलों से आने वाले मरीजों को इलाज के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। इलाज ना मिलने से मरीज दम तोड़ दे रहे हैं। हाल ही में गंजाम जिले से आए एक मरीज के साथ राजधानी भुवनेश्वर में ऐसा ही हुआ था, मरीज इस अस्पताल से उस अस्पताल भटकता रहा और अंत में इलाज ना मिलने से उसकी जान चली गई थी। गौरतलब है कि राज्य में दिन-प्रतिदिन कोरोना संक्रमण फैल रहा है। संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। राज्य में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या अब 16701 तक पहुंच गई है। इसमें से 13 हजार 330 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 5259 मरीज का विभिन्न कोविड अस्पताल में इलाज चल रहा है जबकि 86 कोरोना मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है। ऐसी स्थिति में यदि कोई निजी अस्पताल हाटस्पाट जिलों से आने वाले मरीजों का इलाज करने से मना करते हैं तो फिर उनके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। यहां