वेंटिलेटर पर रहने वाले 90 से 92 प्रतिशत मरीजों की मरने की संभावना अधिक: विजय महापात्र
स्वास्थ्य निदेशक विजय महापात्र का कहना है कि ओडिशा में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ रही है हमने तीसरी लहर से निपटने के भी इंतजाम कर लिए हैं। वैक्सीनेशन प्रक्रिया को और तेज करने पर जोर दिया जा रहा है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। ओडिशा में भी अब दूसरी लहर धीरे-धीरे कमजोर पड़ रही है। हम तीसरी लहर की तैयारी कर रहे हैं। तीसरी लहर आएगी या नहीं यह हमें नहीं पता है, मगर तीसरी लहर से मुकाबला के लिए हम पूरी तरह से तैयार रहेंगे। इससे निपटने के लिए तीन दिशाओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होने की बात स्वास्थ्य निदेशक विजय महापात्र ने कही है।
वैक्सीनेशन प्रक्रिया को और तेज करने, सर्विलेंस जारी रखने और आधारभूमि तैयार रखने पर स्वास्थ्य निदेशक ने बल दिया है। उन्होंने कहा है कि आगामी दिनों में हमारे फोकस में शिशुओं का इलाज होगा। इसके लिए प्रशिक्षण कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
वहीं दैनिक मृत्यु को लेकर स्वास्थ्य निदेशक ने कहा है कि मृत्यु संख्या आगामी कुछ दिनों तक ऐसे ही रहेगी। जिले के हिसाब से अडिट रिपोर्ट आने के बाद हम बता पाएंगे की वास्तविक में कितने लोगों की मौत कोरोना से हुई है। वर्तमान समय में 450 मरीज हैं आईसीयू में हैं। 90 से 92 प्रतिशत है वेंटिलेटर पर रहने वाले मरीजों के मरने की सम्भानवा रहती है। इस समय 55 से 60 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। आईसीयू से 30 प्रतिशत मरीज वेंटिलेटर पर जाते हैं। जब तक हमारे पास कुछ क्रिटिकल मामले हैं तब तक मृत्यु संख्या ऐसे ही रहेगी।
प्रदेश के तटीय जिलों कोरोना संक्रमण का चढ़ाव देरी से हुआ। पश्चिम ओडिशा में स्थिति सुधर रही है। तटीय ओडिशा में भी जुलाई के दूसरे सप्ताह स्थिति में सुधार आने की उम्मीद है।