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Odisha: मालकानगिरि में 295 सक्रिय माओवादी सहायकों का ओडिशा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण

ओडिशा के मालकानगिरी में 295 सक्रिय माओवादी सहायक सदस्यों ने ओडिशा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वालों में गण नाट्य संघ और ग्राम समितियों के सदस्य जंत्री ग्राम पंचायत क्षेत्र के धाकड़पदर दबुगुडा ताबेर और अर्लिंगपड़ा गांव के पुरुष और महिलाएं शामिल हैं।

By Babita KashyapEdited By: Published: Mon, 13 Jun 2022 02:05 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jun 2022 02:05 PM (IST)
Odisha: मालकानगिरि में 295 सक्रिय माओवादी सहायकों का ओडिशा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण
मालकानगिरि में माओदियों को बड़ा झटका लगा है।

मालकानगिरि, जागरण संवाददाता। ओडिशा के सबसे अधिक नक्सल प्रभावित जिलों में से एक मालकानगिरि के स्वाभिमान आंचल में कम से कम 295 सक्रिय माओवादी सहायक सदस्यों ने ओडिशा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। इससे एक बार मालकानगिरि में माओदियों को बड़ा झटका लगा है। यह जानकारी राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसके बंसल ने दी। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में गण नाट्य संघ और ग्राम समितियों के सदस्य हैं तथा इनमें जोदाम्बो पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के तहत जंत्री ग्राम पंचायत क्षेत्र के धाकड़पदर, दबुगुडा, ताबेर और अर्लिंगपड़ा गांव के पुरुष और महिलाएं शामिल हैं। डीजीपी ने बताया कि ये सभी लोग स्वेच्छा से जंत्री स्थित एक बीएसएफ शिविर में आये और शनिवार दोपहर मालकानगिरि जिला प्रशासन की मौजूदगी में ओडिशा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।

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बंसल ने कहा कि मिलिशिया सदस्य प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) संगठन के कैडर नहीं हैं, लेकिन उनकी मदद करने में हाथ बंटाते हैं। आत्मसमर्पण करने वाले मिलिशिया सदस्य आगजनी की घटनाओं, काले झंडे फहराने, वाहनों को जलाने, चुनाव का बहिष्कार करने, माओवादियों के लिए भोजन और रसद की व्यवस्था करने, सुरक्षा बलों की आवाजाही के बारे में जानकारी देने और निर्दोष आदिवासियों को धमकाने और उन पर हमला करने में शामिल थे। इन्हें पुलिस मुखबिर कहा जाता है और उन्हें अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था। डीजीपी ने कहा कि ग्रामीणों ने दावा किया कि उन्हें माओवादियों ने गुमराह किया था। इसके साथ ही इस साल 2 जून को 50 मिलिशिया सदस्यों के आत्मसमर्पण से वे भी आत्मसमर्पण करने के लिए प्रोत्साहित हुए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सरकार द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों को देखकर इन लोगों ने मुख्यधारा में शामिल होकर शांतिपूर्ण जीवन जीने का फैसला किया है।

माओवादियों की वर्दी फूंकी

बताया गया है कि आत्मसमर्पण करने वाले मिलिशिया सदस्यों ने माओवादियों की वर्दी जला दी और उनके खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने शिविर में स्थानीय लोक नृत्य भी पेश किया और इस अवसर पर पुलिस और प्रशासन द्वारा आयोजित एक प्रीति भोज में भाग लिया।

मनरेगा जॉब कार्ड और पेंशन कार्ड वितरित

प्रशासन ने भी सरकार की नीतियों के तहत आत्मसमर्पण करने वाले लोगों को मनरेगा जॉब कार्ड और पेंशन कार्ड वितरित किया। डीजीपी ने कहा कि हम माओवादियों से मुख्यधारा में लौटने और शांतिपूर्ण जीवन जीने की अपील करते हैं।


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