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Hypersonic Missile Technolog: भारत ने हासिल की हाइपरसोनिक मिसाइल टेक्नोलॉजी, जानें इसकी खासियत

Hypersonic Missile Technology भारत ने हासिल कर ली हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी सोमवार को एच एस टी डी बी मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया।

By Babita kashyapEdited By: Published: Tue, 08 Sep 2020 07:27 AM (IST)Updated: Tue, 08 Sep 2020 07:27 AM (IST)
Hypersonic Missile Technolog: भारत ने हासिल की हाइपरसोनिक मिसाइल टेक्नोलॉजी, जानें इसकी खासियत
Hypersonic Missile Technolog: भारत ने हासिल की हाइपरसोनिक मिसाइल टेक्नोलॉजी, जानें इसकी खासियत

बालेश्वर, लावा पांडे। भारत ने हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है। अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत ऐसा चौथा देश बन गया है जिसने खुद की हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी विकसित कर इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन डीआरडीओ ने सोमवार को सुबह 11:03 बजे पर अब्दुल कलाम द्वीप से इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया।

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जानें मिसाइल की खासियत 

इस मिसाइल की खासियत यह है कि यह हवा में आवाज की गति से 6 गुना ज्यादा तेज रफ्तार से दूरी को तय कर सकता है यानी कि दुश्मन देश एयर डिफेंस सिस्टम को इसकी भनक तक नहीं लगेगी। सीधे शब्दों में कहे जाए तो भारत के पास अब बिना विदेशी मदद के हाइपरसोनिक मिसाइल डेवलपमेंट करने की क्षमता हो गई है। अगले 5 सालों में भारत क्रेन जेट इंजन के साथ हाइपरसोनिक मिसाइल तैयार कर सकता है। एसपीडीबी के सफल परीक्षण से भारत को अगली जनरेशन की हाइपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस 2 तैयार करने में मदद मिलेगी। फिलहाल इसे डीआरडीओ और रूस की एजेंसी या मिलकर डेवलप कर रहे हैं। 

 आज के इस परीक्षण से देश के तकनीक के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता और बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। इससे महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी मल्टी रियल और हाइपरसोनिक व्हीकल्स के डेवलपमेंट का रास्ता खुलेगा। भारत को उन चुनिंदा देशों के क्लब में ला दिया है जो ऐसे टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन कर चुके हैं। इस मिसाइल की खासियत यह है कि यह स्क्रैमजेट एयरक्राफ्ट अपने साथ लॉन्ग रेंज और हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलें ले जा सकता है। आवाज से 6 गुना ज्यादा तेज रफ्तार का मतलब इससे दुनिया के किसी भी कोने में दुश्मन के ठिकानों को घंटे भर के भीतर में निशाना बनाया जा सकता है। आम मिसाइलें बैलेस्टिक ट्रेज़री फॉलो करती हैं। इसका मतलब है कि उनके रास्ते को आसान से ट्रैक किया जा सकता है। इससे दुश्मन को तैयारी और काउंटर अटैक का मौका मिलता है जबकि हाइपरसोनिक वेपन सिस्टम कोई तयशुदा रास्ते पर नहीं चलता इसके कारण दुश्मन को कभी अंदाजा भी नहीं लगेगा कि उसका रास्ता क्या है। स्पीड इतनी तेज है कि टारगेट को पता भी नहीं चलेगा यानी एयर डिफेंस सिस्टम इसके आगे परास्त हो जाएगा। 

 क्‍या होती हैं हाइपरसोनिक मिसाइल?

 हाइपरसोनिक मिसाइल वह मिसाइलें होती हैं जो आवाज की रफ्तार से 5 गुना तक ज्यादा तेज चलती है। यह दो प्रकार की होती है पहेली हाइपर सोनिक क्रूज मिसाइल और दूसरी हाइपरसोनिक लाइट व्हीकल एमिशन। ये मिसाइलें  दुनिया में कहीं भी मौजूद अपने टारगेट को ध्वस्त कर सकती हैं।


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