शटडाउन में चोरी की घटनाओं में वृद्धि
कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए सरकारी स्तर पर कई प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं। कई स्थानों पर लॉकडाउन तो कई स्थानों पर शटडाउन तो कई स्थानों पर कर्फ्यू लगाया जा रहा है।
जासं, बालेश्वर : कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए सरकारी स्तर पर कई प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं। कई स्थानों पर लॉकडाउन तो कई स्थानों पर शटडाउन तो कई स्थानों पर कर्फ्यू लगाया जा रहा है। सरकार कोरोना पर लगाम कसने की फिराक में है। इन सबके चलते एक ओर जहां आम जनता को फायदा हो रहा है तो वहीं कई स्थानों पर लोगों को भारी नुकसान भी होने लगा है। कोरोना के चलते बालेश्वर जिले में सप्ताह में दो दिन का शटडाउन लगाया जा रहा है। आम लोगों से जरूरत ना होने पर घरों से ना निकलने की हिदायत दी जा रही है। लोग इसका पालन भी कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर शटडाउन के दौरान चोरी की घटनाओं में भारी वृद्धि देखने को मिल रही है।
यहां सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि चोरी की घटनाएं केवल गली मोहल्लों में नहीं बल्कि थानों के सामने या फिर थानों के अगल-बगल में भी हो रही है। यदि किसी तरह यह चोर पकड़े जाते हैं तो पुलिस कहीं बदनाम ना हो जाए इसी डर से मामले को या तो दबा दिया जाता है या फिर सुलह करा दिया जाता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया, यहां शहर के सहदेवखूंटा थाने के सामने मात्र चंद कदमों की दूरी पर एक प्रसिद्ध पान की दुकान में हजारों रुपये मूल्य के पान मसालों की चोरी हो गई। पुलिस को थाने में सूचना देने पर पहले तो पुलिस वाले आनाकानी करते रही लेकिन दबाव पड़ने पर चोर को पुलिस वालों ने पकड़ा तथा पान दुकान के मालिक रंजन दास को 15 हजार रुपये का मुआवजा भी दिलवाया। ऐसी ही एक घटना इसी थाने के अंतर्गत थाने से मात्र चंद दूरी पर घटी दिवाकर राहुल नामक एक दवा व्यवसाई अपनी मोटरसाइकिल दुकान के नीचे रख दूसरे तल्ले पर गए थे लेकिन चंद घंटे बाद जब वह नीचे उतरे तो उनकी मोटरसाइकिल लापता मिली। किसी तरह इसकी सूचना पुलिस को देने पर पुलिस वालों ने मोटरसाइकिल को एक कबाड़ी की दुकान से खोज निकाला। हालांकि यहां एक बड़ा सवाल यह है कि क्या इन चोरों पर पुलिस की निगाह नहीं पड़ती। आखिर कैसे इन चोरों को खुलेआम छोड़ दिया जाता है वारदात को अंजाम देने के लिए।