बालेश्वर में तीन नदियां उफान पर
चक्रवाती तूफान तितली की दहशत के बाद अब जिले में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। जिले से प्रवाहित तीन नदिया उफना जाने से कई गांव पानी के घेरे में आ गए हैं।
जांस, बालेश्वर : चक्रवाती तूफान तितली की दहशत के बाद अब जिले में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। तीन दिनों से हो रही लगातार भारी बारिश से ऊपरी हिस्से का पानी आ जाने से जिले की तीन नदियां सुवर्णरेखा, बुढ़ा बलंग एवं जलका का जलस्तर उफना गया है। जलका नदी खतरे के निशान, 5.5 मीटर को पार 6 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। इससे निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं, तो दूसरी तरफ हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। बालियापाल-बस्ता मार्ग पर बने पुल पर 1 फीट ऊपर बाढ़ का पानी बह रहा है। इसी तरह सोरो स्थित कांसबांस नदी खतरे के निशान, 7.5 मीटर के आसपास बह रही है। बारुणीघाट में बुढ़ाबलंग खतरे के निशान को पार कर गई है। यहां पर बुढ़ा बलंग का खतरे का निशान 8.13 मीटर है जबकि जलस्तर 8.22 मीटर पर शनिवार सुबह 6 बजे प्रवाहित हो रहा था। इसके अलावा सोन नदी भी उफान पर है। इससे काआंश पंचायत के 5 गांव जलमग्न हो गए हैं। सुनेई एवं काल डैम के एक-एक गेट खोल दिए जाने से नदी निचले इलाके में उफना गई है। जिलाधीश रमेश राउत के अनुसार, जिला प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है। एनडीआरएफ की टीम, देसी नौका, मोटर बोट, सूखा खाद्य आदि को तैयार रखा गया है। सुवर्णरेखा एवं बुढ़ा बलंग नदी का पानी जिस तरह से बढ़ रहा है, यदि यही हाल रहा तो इन दोनों नदियों का पानी भी खतरे के निशान को पार कर सकता है।