घोटालों से भरा है बालेश्वर का इतिहास : अपराजिता
आगामी तीन नवंबर को बालेश्वर सदर विधानसभा के लिए होने वाले उप चुनाव में सियासी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
जासं, बालेश्वर : आगामी तीन नवंबर को बालेश्वर सदर विधानसभा के लिए होने वाले उप चुनाव में सियासी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इसी कड़ी में गुरुवार की शाम को स्थानीय रायल क्वीन कल्याण मंडप में भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता सह भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षाड़ंगी ने पत्रकार सम्मेलन में कहा कि बालेश्वर के ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में मैंने कई सभा की। इस दौरान लोगों से रूबरू हुई तब मुझे बड़ा दुख हुआ जब लोगों ने अपना दुखड़ा मेरे सामने बया किया। बालेश्वर एक ऐतिहासिक शहर है जिसका नाम पूरे विश्व में लिया जाता है क्योंकि आए दिन यहा से किसी न किसी मिसाइल का परीक्षण होना आम बात होती है।
सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में बालेश्वर में भारी घपला हुआ है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 75 फीसद राशि केंद्र सरकार देती है जबकि 25 फीसद राज्य सरकार को देना होता है। लेकिन यहा लाभुक चयन में भारी गड़बड़ी पायी गई है। आवास देने के बदले गरीब लोगों से पैसा तक वसूला जाता है।
सांसद ने कहा विकास का कोई दल या पार्टी नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस गंभीर समस्या को मैं जल्द ही देश के सबसे बड़ी चौपाल संसद में उठाऊंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि बालेश्वर जिले के विकास की कोई रूपरेखा आज तक राज्य सरकार ने तैयार नहीं की है। आम जनता ने बताया कि सिटी बसें आज बेकार खड़ी हैं जिस पर 75 करोड़ खर्च कर सरकार ने इस योजना को शुरू किया था। स्वास्थ्य संबंधित समस्या को गंभीर समस्या करार देते हुए सांसद ने कहा कि बालेश्वर में 373 डॉक्टर होने चाहिए। लेकिन आज केवल 183 डॉक्टर ही जिले की चिकित्सा व्यवस्था संभाल रहे हैं। सीडीएमओ से बात करने पर उन्होंने बताया कि सरकार को इस संबंध में लिखा गया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसके अलावा शहरी क्षेत्र में घूमने पर मुझे चारों ओर गंदगी का साम्राज्य दिखा। सांसद ने कहा कि मैं विपक्ष पार्टी की नेता हूं, भाजपा से जुड़ी हूं, इसलिए यह बात नहीं कह रही हूं बल्कि जो मैंने आखों से देखा है उसे ही बता रही हूं। शहर का पानी नालों से न निकल पाने के कारण सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। कई कई शिलान्यास हुए लेकिन आज तक उन पर कोई कार्य नहीं किया गया। अमृत योजना के तहत बालेश्वर को चुना गया था लेकिन आज जहां का तहां बालेश्वर खड़ा है। 300 करोड़ रुपये भारत सरकार ने इस योजना के तहत दिए थे। मुख्यत: चार चीजों का विकास होना चाहिए लेकिन कोई भी चीज आज बालेश्वर में देखने को मुझे नहीं मिली। उन्होंने कहा कि बालेश्वर के लोग आज भी अपने मौलिक अधिकार से वंचित हैं। अपराधिक घटनाओं का जिक्त्र करते हुए अपराजिता ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बाद ओडिशा देश के 28 राज्यों में से दूसरे स्थान पर है। यहा पर अपराधिक घटनाओं की मानो सुनामी आ गई है। सांसद ने सवाल किया कि इसका जवाब कौन देगा। पत्रकार सम्मेलन में भाजपा के जिला अध्यक्ष उमाकात महापात्र, मीडिया प्रभारी श्रीनिवास प्रधान मौजूद थे