अफगानिस्तान में तालिबान की गतिविधियों में बढ़ोतरी, लौटेंगे अमेरिकी मरीन कमांडो
कमांडो सन 2014 में नाटो की फौजों की अफगानिस्तान से वापसी के निर्णय के तहत अमेरिका आए थे लेकिन बदले हालात में इन्हें फिर से वहां जाना पड़ेगा।
वाशिंगटन, एएफपी। अफगानिस्तान में तालिबान की गतिविधियों में बढ़ोतरी को देखते हुए अमेरिका के इलीट मरीन कमांडो एक बार फिर से वहां जाएंगे और अफगान बलों को लड़ाई के लिए प्रशिक्षित करेंगे। तीन सौ मरीन कमांडो की टुकड़ी फरवरी में हेल्मंड प्रांत में पहुंचेगी।
ये कमांडो सन 2014 में नाटो की फौजों की अफगानिस्तान से वापसी के निर्णय के तहत अमेरिका आए थे लेकिन बदले हालात में इन्हें फिर से वहां जाना पड़ेगा। अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले के बाद कार्रवाई के लिए सन 2001 में पहली बार मरीन कमांडो अफगानिस्तान गए थे।
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हेल्मंड प्रांत में इनकी बड़ी तैनाती थी क्योंकि यह इलाका अफीम की खेती के लिए बदनाम है, जिससे तालिबान को आर्थिक मदद मिलती है। राष्ट्रपति ओबामा प्रशासन ने थोड़े से सैनिकों को छोड़कर बाकी को अफगानिस्तान से वापस बुलाने का फैसला किया था। लेकिन अफगानिस्तान में अभी भी 8,400 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। हेल्मंड में मरीन कमांडो की टुकड़ी इसके अतिरिक्त होगी। यह घोषणा मरीन कॉर्प्स ने की है।
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