रात में भी चलने लगे पाकिस्तान के सोलर बच्चे
सोलर बच्चे' कहे जाने वाले दोनों पाकिस्तानी भाई अब रात में भी चलने लगे हैं। सूरज डूबने के बाद ये बच्चे शिथिल पड़ जाते थे।
इस्लामाबाद, आइएएनएस : 'सोलर बच्चे' कहे जाने वाले दोनों पाकिस्तानी भाई अब रात में भी चलने लगे हैं। सूरज डूबने के बाद ये बच्चे शिथिल पड़ जाते थे। न्यूरोट्रांसमिशन से वे इस लायक बन सके हैं।
दोनों बच्चों के पिता मोहम्मद हाशिम ने कहा, 'बुधवार को वे चलने लगे। 13 वर्षों में पहली बार वे सीढि़यां चढ़ सके। उन्होंने खुद ही पानी पीया। मैं खुशी से उछल पड़ा।' हाशिम के दो बच्चे नौ वर्षीय शोएब अहमद और 13 वर्षीय अब्दुल राशिद जन्म लेने के बाद से ही इस रहस्यमय बीमारी से ग्रस्त थे।
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इस्लामाबाद में स्थित पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के डिप्टी रेक्टर जावेद अकरम ने कहा कि न्यूरोट्रांसमिशन सफल दिख रहा है फिर भी इस बीमारी पर डॉक्टर अपना अध्ययन जारी रखेंगे। दोनों भाइयों के इलाज में संस्थान ने विदेशी संस्थानों से भी मदद ली है। बच्चों के रक्त के नमूने अमेरिका के मैरीलैंड विश्वविद्यालय भेजे गए थे। दोनों बच्चों के अभी तक 300 से ज्यादा परीक्षण किए जा चुके हैं। शुक्रवार को दोनों को डीएनए जांच के लिए लाहौर ले जाया गया।
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