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बेनजीर हत्याकांड में पूर्व आइएसआइअधिकारी का गवाही देने से इंकार

पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो हत्याकांड के एक अहम गवाह ने पाकिस्तानी तालिबान संदिग्ध के खिलाफ गवाही देने से इंकार कर दिया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के पूर्व टेलीफोन संचालक ने अपनी जान को खतरा बताकर सोमवार को अदालत में गवाही से इंकार किया। डॉन के अनुसार पूर्व अधिकारी ने

By Kamal VermaEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2015 07:55 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2015 08:44 PM (IST)
बेनजीर हत्याकांड में पूर्व आइएसआइअधिकारी का गवाही देने से इंकार

इस्लामाबाद। पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो हत्याकांड के एक अहम गवाह ने पाकिस्तानी तालिबान संदिग्ध के खिलाफ गवाही देने से इंकार कर दिया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के पूर्व टेलीफोन संचालक ने अपनी जान को खतरा बताकर सोमवार को अदालत में गवाही से इंकार किया। डॉन के अनुसार पूर्व अधिकारी ने कहा कि वह खैबर पख्तूनख्वा के करक जिले में रहते हैं। यह अशांत कबायली इलाके के करीब है और उनकी जान को खतरा हो सकता है।

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दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री रह चुकी भुट्टो की रावलपिंडी में 2007 में हत्या कर दी गई थी। उस समय की सरकार ने बीच में सुनी गई टेलीफोन बातचीत के आधार पर तहरीक-ए-तालिबान को इसके लिए जिम्मेदार बताया था। पांच तालिबानी संदिग्धों के खिलाफ सुनवाई कर रही आतंकरोधी अदालत को अभियोजकों ने बताया कि अमेरिकी पत्रकार मार्क सीगल वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपना बयान दर्ज करा सकते हैं। भुट्टो ने हत्या से पहले सीगल को भेजे मेल में जान को खतरे का अंदेशा जताया था। इस मामले में पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ भी आरोपी हैं।

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