तालिबान का हाथ होने पर कियानी को था संदेह
इस्लामाबाद। पूर्व सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ द्वारा बेनजीर भुट्टो की हत्या में तालिबान का हाथ होने के दावे पर पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कियानी ने संदेह जताया था। भुट्टो हत्याकांड की जांच करने वाले संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र आयोग के प्रमुख और चिली के राजदूत हेराल्डो मुनोज ने यह बात कही है। 25 दिसंबर, 2
इस्लामाबाद। पूर्व सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ द्वारा बेनजीर भुट्टो की हत्या में तालिबान का हाथ होने के दावे पर पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कियानी ने संदेह जताया था। भुट्टो हत्याकांड की जांच करने वाले संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र आयोग के प्रमुख और चिली के राजदूत हेराल्डो मुनोज ने यह बात कही है।
25 दिसंबर, 2007 को बेनजीर की हत्या के अगले दिन प्रेस कांफ्रेंस में गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने दावा किया था कि तालिबान प्रमुख बैतुल्ला महसूद ने इस हमले को अंजाम दिया। पूर्व मुशर्रफ सरकार ने यह दावा महसूद और एक अन्य व्यक्ति की फोन पर की गई बातचीत को रिकॉर्ड करने के आधार पर किया था, जिसे खुफिया एजेंसी ने उपलब्ध कराया था। कियानी ने कहा था कि मुशर्रफ सरकार की प्रेस कांफ्रेंस बिना सोचे समझे बुलाई गई थी। सिर्फ फोन पर सुनी गई बातचीत के आधार पर किसी को दोषी नहीं कहा जा सकता। उन्होंने यह बात 25 फरवरी, 2010 को मुनोज से रावलपिंडी में मुलाकात के दौरान कही थी। कियानी 2004 से 2007 तक आइएसआइ प्रमुख रहे थे। गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के आग्रह पर आयोग से भुट्टो हत्याकांड की जांच करने को कहा था। आयोग ने 2010 में अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी।
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