ट्रंप की धमकी पर पाक की प्रतिक्रिया, निर्णय लेगा संसद का संयुक्त सत्र
पाकिस्तान को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिली धमकी के बाद संसद का संयुक्त सत्र इसपर फैसला लेगी। प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी की अध्यक्षता में सैन्य अधिकारियों और नेताओं की इस पर उच्चस्तरीय बैठक हुई।
इस्लामाबाद (जेएनएन)। संसद के संयुक्त सत्र की ओर से पाकिस्तान को अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा दी गयी धमकी पर आगे का अंतिम निर्णय लिया जाएगा। विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ के संबोधन के तुरंत बाद प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने अपने विस्तृत संबोधन में यह संकेत दिया।। प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने सैन्य एवं राजनीतिक नेतृत्व की शीर्ष-स्तरीय बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस आरोप पर ‘संयुक्त जवाब’ तैयार करने के लिए बुलाई थी कि पाकिस्तान आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है।
राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की पांच घंटे चली लंबी बैठक के बाद प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने कहा कि पाकिस्तान के प्रति अमेरिका का रुख गंभीर विषय है। शीर्ष नागरिक एवं सैन्य नेतृत्व ने पाकिस्तान को बलि का बकरा बनाने के खिलाफ अमेरिका को आगाह किया है और कहा कि इससे अफगानिस्तान में स्थिरता कायम रखने में मदद नहीं मिलेगी। समिति ने कहा कि अफगानिस्तान के अंदर जटिल मुद्दे और आतंरिक परिस्थितियां न सिर्फ पाकिस्तान को बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी एक गंभीर चुनौती पेश कर सकता है।
बता दें कि ट्रंप ने सोमवार रात को अपने संबोधन में कहा, ‘हम पाकिस्तान को अरबों रुपयों की मदद दे रहे हैं लेकिन वह अपने देश में आतंकियों को पनाह दे रहा है।‘ डॉन के अनुसार, गृह मंत्री अहसान इकबाल, विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ, ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ समिति के अध्यक्ष जुबेर हयात, सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, वायुसेना प्रमुख मार्शल सोहेल अमान, नौसेना प्रमुख एडमिरल मुहम्मद जकाउल्लाह भी चार घंटे तक चली इस बैठक में शामिल हुए।
सीनेट के चेयरमैन रजा रब्बानी ने प्रधानमंत्री को पहले ही सूचित किया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति की पाक के प्रति रुख को देखते हुए सीनेट पैनल का गठन किया गया था और पैनल मसौदे को पूरा करने की कगार पर था। उन्होंने बताया कि संसद के संयुक्त बैठक में मसौदे का प्रस्ताव दिया जाएगा। उन्होंने संकेत दिया कि सीनेट द्वारा ड्राफ्ट को अपनाने के बाद, इसे संसद के संयुक्त सत्र में ले जाया जाएगा। अब्बासी ने ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत अधिकृत कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन की चर्चा नहीं की और अफगानिस्तान में भारत की भूमिका को प्रोत्साहित किया।
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