ईश्वर के नाम को अपवित्र कर रहे हैं आतंकीः पोप फ्रांसिस
मुस्लिम आतंकियों की अप्रत्याशित हिंसा की निंदा करते हुए पोप फ्रांसिस ने कहा है कि ऐसा करके वे ईश्वर का नाम अपवित्र कर रहे हैं। कोई भी मजहब हिंसा के रास्ते उद्देश्य प्राप्ति की बात नहीं कहता, लेकिन आतंकी उसी रास्ते पर चलकर अपनी विचारधारा दुनिया पर थोपना चाहते हैं।
रोम। मुस्लिम आतंकियों की अप्रत्याशित हिंसा की निंदा करते हुए पोप फ्रांसिस ने कहा है कि ऐसा करके वे ईश्वर का नाम अपवित्र कर रहे हैं। कोई भी मजहब हिंसा के रास्ते उद्देश्य प्राप्ति की बात नहीं कहता, लेकिन आतंकी उसी रास्ते पर चलकर अपनी विचारधारा दुनिया पर थोपना चाहते हैं।
ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरु गुड फ्राइडे के अवसर पर लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर हजारों लोग हाथों में मोमबत्तियां लेकर कोलोजियम में एकत्रित हुए थे। यह अभूतपूर्व प्रदर्शन ब्रसेल्स में हुए आतंकी हमले के विरोध में था।
पोप ने कहा कि जो भी लोग ईश्वर के नाम पर अप्रत्याशित हिंसा कर रहे हैं, वास्तव में वे ईश्वर का नाम अपवित्र कर रहे हैं। उन्होंने पश्चिम एशिया में ईसाइयों के सिर कलम किए जाने और घर जलाए जाने की घटनाओं का जिक्र करते हुए ईश्वर से उन्हें रोकने के लिए आक्रांताओं को बुद्धि देने की दरख्वास्त की।
उन्होंने कहा कि इस तरह की बर्बर घटनाएं दुनिया के लिए ठीक नहीं हैं। पोप ने उन राजनीतिज्ञों और हथियारों के सौदागरों की निंदा की, जो अपने हितों के लिए नन्हें बच्चों को भी लड़ाई के मैदान में भेजने में नहीं हिचक रहे। उन्होंने चर्चों और अन्य धर्मस्थलों पर पुजारियों द्वारा हो रहे बच्चों की यौन शोषण की घटनाओं की भी निंदा की।
पोप ने हिंसा के बीच पैदा हुई पलायन की समस्या से निपटने के लिए पूरी दुनिया के खड़े होने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि पश्चिम एशिया के शरणार्थियों के लिए दरवाजे खोल दिए जाएं और उन्हें हर संभव मदद देकर मानवता की रक्षा की जाए।