'OBOR प्रोजेक्ट में पड़ोसी देशों को शामिल होने से नहीं रोक सकता भारत'
चीन की मीडिया के अनुसार, वन बेल्ट वन रोड प्रोजेक्ट में भारत का शामिल न होना खेदजनक है लेकिन वह पड़ोसी देशों को इसमें शामिल होने से नहीं रोक सकता है।
बीजिंग (आइएएनएस)। चीनी मीडिया के एक रिपोर्ट का दावा है कि चीन की वन बेल्ट वन रोड प्रोजेक्ट में अपने पड़ोसियों को शामिल होने से घबराया हुआ भारत नहीं रोक सकता। दो दिवसीय 'वन बेल्ट वन रोड' में पाकिस्तान, नेपाल समेत 29 देशों के नेता भाग ले रहे हैं।
रविवार को वन बेल्ट वन रोड समिट में भारत के शामिल न होने के निर्णय को खेदजनक बताते हुए ग्लोबल टाइम्स के एक आलेख का कहना है कि इससे पहले की अधिक देर हो जाए भारत अब भी अपना निर्णय बदल सकता है और प्रोजेक्ट में शामिल हो सकता है।
आलेख में कहा गया है, ‘चीन किसी भी देश पर बेल्ट व रोड समिट में शामिल होने का दबाव नहीं डालेगा। यह दुखद है, लेकिन कोई दिक्कत वाली बात नहीं कि भारत अब भी वन बेल्ट वन रोड के विरोध में है जबकि चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के कारण कश्मीर विवाद पर अपनी भूमिका में किसी तरह के बदलाव की बात नहीं की।‘ ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा है, 'यह अजीब बात है कि भाग लेने वालों की अपेक्षा बाहर से देखने वाले अधिक चिंतित हैं। भारत अपने पड़ोसियों के ऋण बोझ की चिंता करता है, जबकि पड़ोसी इसमें शामिल होना चाहते हैं।'
ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, चीन ने औपचारिक तौर पर प्रोजेक्ट में शामिल होने के लिए भारत को निमंत्रित किया है। यदि भारत इस मंच का हिस्सा नहीं बनना चाहता तब इसे दर्शकों में एक अच्छे सदस्य के तौर पर होना चाहिए। यदि भारत अपनी सोच बदलता है तब अभी भी इसके लिए मौका उपलब्ध है लेकिन यदि यह अधिक देर कर देगा तो इसके लिए काफी छोटी भूमिका बचेगी।