ब्रिटेन में ब्रेक्जिट विरोधी मतों के सहारे भारतवंशी उम्मीदवार
ब्रिटेन में आगामी आठ जून को होने वाले चुनाव में ब्रेक्जिट विरोधी मतों के सहारे कई भारतीय अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
लंदन (प्रेट्र)। ब्रिटेन के आम चुनाव में लिबरल डेमोक्रेट पार्टी की ओर से उतारे जा रहे भारतीय मूल के उम्मीदवारों की ब्रेक्जिट विरोधी मतों पर नजर है। वे आठ जून को होने वाले चुनाव में इन लोगों का वोट मिलने की उम्मीद कर रहे हैं।
डेमोक्रेट पार्टी उन सीटों पर कई अल्पसंख्यक उम्मीदवारों को उतार रही है जहां ब्रेक्जिट के विरोध में मतदान हुआ था या इस मसले पर बंटे थे। इन उम्मीदवारों में मॉरीशा रॉय और गोवा के रवि मार्टिन भी शामिल हैं। लंदन में जन्मी मारीशा के माता-पिता बंगाली हैं। उत्तरी लंदन की चिप्पिंग वार्नेट सीट से चुनाव लड़ रहीं मॉरीशा ने कहा, 'भारतीय मूल के ज्यादातर मतदाताओं ने ब्रेक्जिट के खिलाफ वोट दिया था। जनमत संग्रह के चलते घृणा अपराध में वृद्धि हुई है। यह चुनाव में भारतीय समुदाय को एकजुट करने में महत्वपूर्ण होगा।' उन्हें अपनी जीत का यकीन है क्योंकि इस निर्वाचन क्षेत्र में 2016 में हुए जनमत संग्रह में ब्रेक्जिट विरोधी रुख दिखा था। यहां से थेरेसा विलियर्स सांसद हैं। वह ब्रेक्जिट की प्रबल समर्थक हैं।
भारतीय मूल के दूसरे उम्मीदवार मार्टिन पूर्वी इंग्लैंड में लेबर पार्टी के गढ़ में चुनाव लड़ रहे हैं। यहां से केल्विन हॉपकिन्स सांसद हैं। वह भी ब्रेक्जिट समर्थक हैं। पार्टी के नेता टिम फेर्रोन ने भारतीय समुदाय से सत्तारूढ़ कंजरवेटिव और विपक्षी लेबर पार्टियों की जगह इन उम्मीदवारों का समर्थन करने का आह्वान किया है।
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